केजीएमयू में जल्द मिलेंगे बच्चों के ट्रामा के सिद्धहस्त चिकित्सक
चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट, पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक के विभागाध्यक्ष डॉ अजय सिंह और इमरजेंसी क्राइसेस मेनेजमेंट सॉल्युशन के निदेशक डॉ नितिन चावला ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर कर अपनी सहमति जतायी।
लखनऊ: अब जल्द ही किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के चिकित्सक बच्चों से संबंधित ट्रामा और इमरजेंसी में सिद्धहस्त हो जायेंगे और दुर्घटना आदि में घायल बच्चों को तुरंत प्रभावी इलाज मिल सकेगा।
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किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय एवं हैदराबाद की संस्था इमरजेंसी क्राइसेस मेनेजमेंट सॉल्युशन (ईसीएमएस) के बीच एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया। दोनों संस्थानों के मध्य हुए इस समझौते के तहत चिकित्सकों को बच्चों से संबंधित ट्रॉमा एवं इमरजेंसी का ऑनलाइन प्रशिक्षण देने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
तमाम विभागों से तैयार कराया गया है पाठ्यक्रम
इस सुविधा के सुचारु रूप से संचालित किए जाने के लिए इसके पाठ्यक्रम को यूनाइटेड किंगडम के चार रॉयल कॉलेज, रॉयल कॉलेज ऑफ पेडियाट्रिक एंड चाइल्ड, रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स, रॉयल कॉलेज ऑफ रेडियोलॉजिस्ट, रॉयल कॉलेज ऑफ जनरल फिजिशियन और केजीएमयू के पेडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक विभाग से तैयार करवाया गया है।
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केजीएमयू पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक के विभागाध्यक्ष डॉ अजय सिंह ने बताया कि समझौते के तहत एक वर्षीय इस पाठ्यक्रम के अंर्तगत केजीएमयू के पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक विभाग दो महीने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजन करेगा तथा दोनों संस्थान केजीएमयू और ईसीएमएस संयुक्त रूप से दो महीने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को को-ऑर्डिनेट करने का कार्य करेगा।
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चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट, पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक के विभागाध्यक्ष डॉ अजय सिंह और इमरजेंसी क्राइसेस मेनेजमेंट सॉल्युशन के निदेशक डॉ नितिन चावला ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर कर अपनी सहमति जतायी।