UP News: लोकसभा चुनाव से पहले सपा को बड़ा झटका, दारा सिंह चौहान ने छोड़ी पार्टी

UP News: प्रदेश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी सपा को आज लोकसभा चुनाव से पहले तगड़ा झटका लगा है। वरिष्ठ सपा नेता दारा सिंह चौहान ने पार्टी को अलविदा कह दिया है।

Update: 2023-07-15 08:56 GMT
दारा सिंह चौहान (न्यूजट्रैक)

UP News: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीति गरमाने लगी है। नेताओं के दल-बदल का खेल शुरू हो गया है। प्रदेश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी सपा को आज आम चुनाव से पहले तगड़ा झटका लगा है। वरिष्ठ सपा नेता दारा सिंह चौहान ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। बीजेपी छोड़कर सपा में जाने वाले चौहान की जल्द घर वापसी हो सकती है, वे फिलहाल दिल्ली में ही हैं। बता दें कि न्यूजट्रैक ने पहले ही बता दिया था कि दारा सिंह जल्द साइकिल से उतर कमल का दामन थाम सकते हैं, जो कि आज सच साबित होती नजर आ रही है।

विधायकी से भी दिया इस्तीफा

पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान ने विधानसभा की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को शनिवार को अपना इस्तीफा भेजा, जिसे स्वीकार कर लिया गया। चौहान 2022 में विधानसभा चुनाव से ऐन पहले वन एवं पर्यावरण मंत्री के पद से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। इसे तब सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना गया था।

सपा में आते ही दारा सिंह चौहान ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि साल 2017 में जब बीजेपी सरकार में आई थी, तब नारा दिया था कि सबका साथ सबका विकास। लेकिन उन्होंने साथ तो सबका लिया लेकिन विकास कुछ चंद लोगों का ही हुआ। बाकी लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। विधानसभा चुनाव में चौहान मऊ जिले की घोसी सीट से सपा के टिकट पर चुनाव जीते थे।

लोकसभा चुनाव लड़ने की है तैयारी !

सियासी गलियारों में दारा सिंह चौहान के एकबार फिर हृदय परिवर्तन की अटकलें काफी समय से लग रही थीं। बताया जा रहा था कि उनकी बीजेपी नेतृत्व से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर बात चल रही है। मामला कंफर्म होने के बाद वे विधायकी से इस्तीफा देकर पुनः भगवा खेमे में चले आएंगे। अब जब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है तो माना जा रहा है कि वे मऊ जिले की घोसी संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हो सकते हैं।

2019 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने ये सीट बीजेपी से छिन ली थी। तब बसपा-सपा के संयुक्त उम्मीदवार अतुल राय ने तत्कालीन भाजपा सांसद और उम्मीदवार हरिनारायण राजभर को हरा दिया था। बसपा कैंडिडेट राय को एक लाख से अधिक वोटों से जीत मिली थी। ऐसे में बीजेपी दारा सिंह चौहान जैसे कद्दावर ओबीसी नेता के जरिए इस सीट को वापस हासिल करना चाहती है। बताया जात है कि उनका मऊ और आसपास के जिलों में खासा असर है। दारा सिंह चौहान इस सीट से साल 2009 में भी बीएसपी के टिकट पर सांसद का चुनाव जीत चुके हैं।

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