DGP और EC का आदेश ठेंगे पर, SSP लखनऊ ने की कोतवाली में थानेदार की रिपोस्टिंग
कोतवाली सआदतगंज में हुए श्रवण साहू हत्याकांड के बाद एसएसपी लखनऊ ने समर बहादुर यादव को सआदतगंज का नया थानेदार बना दिया है।
लखनऊः पुलिस महानिदेशक और भारत निर्वाचन आयोग का आदेश राजधानी लखनऊ में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी के लिए ठेंगे पर है। सआदतगंज में श्रवण साहू हत्याकांड में लापरवाही के आरोप में कोतवाल को निलंबित करने के बाद एसएसपी ने सआदतगंज कोतवाली पर उपनिरीक्षक समर बहादुर यादव को थानेदार के तौर पर तैनात कर दिया है। जब की समर बहादुर पूर्व में सआदतगंज कोतवाली पर थानेदार के तौर पर तैनात रह चुके हैं। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि आखिर भारत निर्वाचन आयोग और डीजीपी के निर्देशों के बावजूद कोतवाली पर सब इंस्पेक्टर की तैनाती कैसे कर दी गई है।
एसएसपी की मनमानी चुनाव आयोग ठेंगे पर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ मंजिल सैनी ने भारत निर्वाचन आयोग और पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद के निर्देशों को ठेंगे पर रख दिया है। कोतवाली सआदतगंज में हुए श्रवण साहू हत्याकांड के बाद एसएसपी ने चौकी इंचार्ज घंटा बेग गढ़ैया और इंस्पेक्टर सआदतगंज को निलंबित करने के बाद समर बहादुर यादव को सआदतगंज का नया थानेदार बना दिया है। समर बहादुर पूर्व में लंबे समय तक सआदतगंज के थानेदार रह चुके है। भारत निर्वाचन आयोग ने कोतवालियों पर कोतवाल ही पोस्ट करने के निर्देश दिए थे। डीजीपी जावीद अहमद भी पूर्व में सर्कुलर जारी ऐसा ही निर्देश जारी कर चुके थे साथ ही रिपोस्टिंग पर भी रोक लगा रखी है लेकिन एसएसपी की मनमानी विभाग पर भारी पड़ रही है।
लापरवाह अफसरों ने खुद को बचाने की फील्ड तैयार की
श्रवण साहू हत्याकाण्ड में पुलिस के सीनियर अफसरों की लापरवाही साफ़ साफ़ नज़र आ रही है। यही वजह है की अफसरों ने खुद को बचाने के लिए छोटों की गर्दन नाप दी है। ह्त्या से पहले श्रवण साहू ने खुद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी से मिल कर अपनी जान की सुरक्षा के लिए गुहार लगाईं थी। श्रवण को सुरक्षा तो नहीं मिली लेकिन बीच चौराहे पर उस की ह्त्या कर दी गई। ऐसे में अपनी लापरवाही का सारा ठीकरा एसएसपी ने अपने मातहतों पर फोड़ दिया। राजधानी में ही तैनात एक सीनियर पुलिस अफसर ने नाम नहीं छापे जाने की शर्त पर बताया कि इस मामले में उन्होंने खुद एसएसपी को श्रवण साहू की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए थे। लेकिन इस पर अमल नहीं किया गया जिस का नतीजा श्रवण की ह्त्या के रूप में सामने आया।
लापरवाही एसएसपी की गाज मातहतों पर गिरी
श्रवण साहू हत्याकांड में एसएसपी लखनऊ मंजिल सैनी की लापरवाही की बात सभी सीनियर अफसर मान रहे हैं। अफसरों का मानना है कि अगर एसएसपी ने वक़्त रहते श्रवण को सुरक्षा उपलब्ध करा दी होती तो इस हत्याकांड को रोका जा सकता था। लेकिन खुद की लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए एसएसपी ने इंस्पेक्टर सआदतगंज सुरेश कुमार पटेल, प्रतिसार निरीक्षक शिशुपाल सिंह, चौकी इंचार्ज घण्टा बेग गढ़ैया राम केवल तिवारी, हेड कांस्टेबिल राम आसरे, कांस्टेबिल विजय कुमार और धर्मवीर सिंह को निलंबित कर दिया है। जबकी सीओ बाजारखाला विमल कुमार श्रीवास्तव को हटा दिया है और सीओ एलआईयू अजय कुमार सिंह के खिलाफ विभागीय करवाई किए जाने के सीनियर अफसरों को लिखा गया है।