UP News: फसलों पर रासायनिक कीटनाशकों से होने वाले दुष्परिणाम को लेकर चिंता जताई

UP Agriculture Department: क्षेत्रीय केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, लखनऊ में आयोजित हो रहे दो दिवसीय आईपीएम ओरिएंटेशन एचआरडी कार्यक्रम का आज अंतिम दिन था।

Report :  Jyotsna Singh
Update: 2022-09-22 13:40 GMT

दो दिवसीय आईपीएम ओरिएंटेशन एचआरडी कार्यक्रम। (Social Media)

UP News Today: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, लखनऊ में आयोजित हो रहे दो दिवसीय आईपीएम ओरिएंटेशन एचआरडी कार्यक्रम का आज अंतिम दिन था। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर राज्य कृषि विभाग (State Agriculture Department) के उप निदेशक (कृषि रक्षा) डॉ. अनिल कुमार सागर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे।

वहीं, रीजनल सेन्ट्रल आई.पी.एम. सेंटर के प्रभारी अधिकारी तथा उप निदेशक डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह ने आईपी एम पर प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु आये हुए राज्य कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन की वर्तमान प्रासंगिकता का संक्षिप्त वर्णन तथा दो दिवसीय आई.पी.एम. प्रशिक्षण कार्यक्रम के रूप-रेखा के बारे में विस्तार से जानकारी दीI

40 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किया प्रशिक्षित

डॉ. जीपी सिंह ने कहा कि किसानों द्वारा फसलों पर रासायनिक कीटनाशकों के अंधाधुंध उपयोग की वजह से होने वाले दुष्परिणाम को रोकने एवं फसल संरक्षण के लिए रासायनिक कीटनाशक के प्रयोग के विकल्प के रूप में भारत सरकार की ओर से अपनाये गए आई.पी.एम. विधि को किसानों तक पहुंचाने के लिए राज्य कृषि रक्षा विभाग के विभिन्न जनपदों से आये हुए 40 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है I

कैंसर और किडनी, लीवर जैसी गंभीर बीमारियां बढ़ती जा रहीं हैं: उपनिदेशक

आरसीआई पीएमसी उपनिदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान समय में कैंसर और किडनी, लीवर जैसी गंभीर बीमारियां बढ़ती जा रहीं हैं। मनुष्यों में होने वाली ऐसी तमाम बीमारियों का प्रमुख कारण फसलों में रासायनिक कीटनाशक का प्रयोग होना ही है I उप्र सरकार उप निदेशक डॉ. अनिल कुमार सागर ने राज्य कृषि विभाग के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आईपीएम वनस्पति संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण, पारिस्थितिक तंत्र, जैव विविधता एवं प्रकृति को सुरक्षित तथा समाज को स्वस्थ एवं संपन्न बनाने का एक महत्त्वपूर्ण आयाम है I

उप निदेशक (कृषि रक्षा) ने राज्य कृषि रक्षा विभाग के प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए हुए कहा कि समस्त प्रशिक्षणार्थी अब मास्टर ट्रेनर हो गए हैं और अपने तैनाती क्षेत्र में कृषि रक्षा के लिए आईपीएम को बढ़ावा दें और किसानों में जागरूकता पैदा कर आईपीएम अपनाने के लिए अन्नदाताओं को प्रेरित करें I

संचारी रोग नितंत्रण के लिए होगा प्रभावी: डॉ. अनिल कुमार सागर

डॉ. अनिल कुमार सागर ने इस प्रशिक्षण की उपयोगिता के बारे में बताते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण कृषि रक्षा के साथ–साथ प्रदेश सरकार द्वारा मॉनिटर किये जा रहे संचारी रोग नितंत्रण के लिए भी प्रभावी होगा क्योंकि चूहों के नियंत्रण के बारे में इस कार्यक्रम में विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण प्रदान किया गया है I

बिजेंद्र सिंह, सहायक निदेशक, केपी पाठक, शैलेश कुमार, पीपीओ एवं अन्य पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि तथा सभी प्रतिभागियों को जैव नियंत्रण प्रयोगशाला को दिखाकर उसके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई I सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी अमित सिंह ने कार्यक्रम के सफल संचालन के साथ विज्ञापन ज्ञापित किया।

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