बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने निकले पूर्व ग्राम प्रधान की कुछ ऐसे मिली लाश

उत्तर प्रदेश में दर्जनों जिलों में पानी की आस में लोग आसमान की तरफ निगाहें गड़ाए बैठे हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। जबकि बलरामपुर में रविवार को हुई महज 12 घंटे बारिश से ही पूरा जिला जलमग्न हो गया है। तराई क्षेत्रों में पहाड़ी नालो से आये पानी से लोगों के खेतों घरों में पानी घुस चुका है।

Update:2019-06-25 18:26 IST

बलरामपुर: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में रविवार को हुई भारी बारिश व पहाड़ी नालों में आई बाढ़ में लापता हुए पूर्व ग्राम प्रधान का शव आज गन्ने के खेतों से एसडीआरएफ व पुलिस टीम ने बरामद किया है। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश में दर्जनों जिले आसमान की तरफ बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं पर बारिश नही हो रही है तो वहीं बलरामपुर में रविवार को हुई 12 घंटे की बारिश में पूरे जिले में बाढ़ जैसे हालात हैं। बाढ़ से जिला मुख्यालय से तराई क्षेत्र व तुलसीपुर क्षेत्र का संपर्क मार्ग भी बाधित हो गया है।

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उत्तर प्रदेश में दर्जनों जिलों में पानी की आस में लोग आसमान की तरफ निगाहें गड़ाए बैठे हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। जबकि बलरामपुर में रविवार को हुई महज 12 घंटे बारिश से ही पूरा जिला जलमग्न हो गया है। तराई क्षेत्रों में पहाड़ी नालो से आये पानी से लोगों के खेतों घरों में पानी घुस चुका है।

सूचना मिलते ही मकुंनहवा पूर्व ग्राम प्रधान चेतराम वर्मा अपने चार साथियों के साथ ट्रैक्टर से उन्हें बचाने निकल पड़े

ललिया क्षेत्र में बाढ़ में कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना मिलते ही मकुंनहवा पूर्व ग्राम प्रधान चेतराम वर्मा अपने चार साथियों के साथ ट्रैक्टर से उन्हें बचाने के लिए निकल पड़े। लेकिन ललिया क्षेत्र के पास पानी का अंदाजा न लग पाने के कारण ट्रैक्टर गहरे गड्ढे में चली गई और पांचों बाढ़ के पानी में बह गए। जिनमें चार किसी तरह ग्रामीणों की मदद से तैर कर बाहर आ गए जबकि ग्राम प्रधान लापता हो गए थे।

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सिर पर चोट के निशान हैं जिससे ऐसा लग रहा है कि पानी में गिरने के बाद किसी पत्थर से उनका सर टकराया है और उनकी मौत हुई है।

पूर्व ग्राम प्रधान के लापता होने की खबर मिलते ही एसडीआरएफ पुलिस व प्रशासन की टीम में उनकी तलाश में जुट गई थी। 2 दिन की लगातार तलाश के बाद ग्राम प्रधान का शव गन्ने के खेतों के बीच फंसा मिला। शव पर सिर पर चोट के निशान हैं जिससे ऐसा लग रहा है कि पानी में गिरने के बाद किसी पत्थर से उनका सर टकराया है और उनकी मौत हुई है।

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पुलिस ने फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। दूसरों की जान बचाने के लिए निकले पूर्व ग्राम प्रधान की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया है।

पूरे मामले पर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि ग्राम प्रधान की लापता होने की सूचना पर एसडीआरएफ पुलिस व प्रशासनिक की में लगातार उनकी खोजबीन में जुट गई थी। सकुशल बरामदगी के प्रयास किए जा रहे थे लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीत रहा था उनके जीवित रहने की संभावना कम होती जा रही थी। लिहाजा 2 दिन बाद एसडीआरएफ व पुलिस की टीम ने उनके शव को गन्ने के खेत से बरामद किया है। जिले के तराई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात हैं जिनसे प्रशासन व एसडीआरएफ की टीम में राहत के काम में जुटी हुई है।

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