Lok Sabha Election 2024: मैं सिर्फ अपनी मां के लिए यहां वोट मांगने आया हूं, सुल्तानपुर में बोले वरुण गांधी
Lok Sabha Election 2024: नगर की एक नुक्कड़ सभा में वरुण ने कहा सबका अधिकार हमारे परिवार के ऊपर है। यहां पर कोई हमसे अलग नहीं है। मैं आपको बताता हूं पूरे सुल्तानपुर में हमारे एक भी व्यक्ति में कोई गुस्सा नहीं, कोई दुश्मनी नहीं
Lok Sabha Election 2024: पहले चरण के चुनाव से चुनावी मैदान से गायब वरुण गांधी छठवें चरण के मतदान से पहले सुल्तानपुर अपनी मां (मेनका गांधी) के लिए प्रचार करने पहुंचे। उन्होंने गले में भाजपा का पटका नहीं डाला, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। पहली ही नुक्कड़ सभा में उनके भाषण से भाजपा और शीर्ष नेतृत्व गायब दिखा। 'मोदी परिवार' वाले टैग लाइन से हटकर उन्होंने अपने परिवार की बात की। जिससे साफ हुआ वरुण भाजपा से अलग होकर अपनी मां के लिए वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो अपनी माँ के लिए नहीं सुल्तानपुर की माँ के लिए वोट मांगने आये हैं।
नगर की एक नुक्कड़ सभा में वरुण ने कहा सबका अधिकार हमारे परिवार के ऊपर है। यहां पर कोई हमसे अलग नहीं है। मैं आपको बताता हूं पूरे सुल्तानपुर में हमारे एक भी व्यक्ति में कोई गुस्सा नहीं, कोई दुश्मनी नहीं। हमारे सामने भी जो चुनाव लड़ेंगे बाद में अगर वो बीमार पड़े तो सबसे पहले हम ही उनकी मदद करेंगे। वरुण अपनी जनसभाओं में भावनात्मक अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं सुल्तानपुर पहली बार आया तो यहां पे हमें अपने पिता जी की खुशबू लगी। लेकिन आज मुझे कहने में बहुत गौरव महसूस हो रहा है कि आज मैं अपनी मातृ भूमि में आ गया हूं।
वरूण गांधी ने कहा कि मैं ये चाहता हूं जितने लोग यहां उपस्थित हैं, अगर कोई संकट कभी आए तो अकेला नहीं है। मैं अपना फोन नंबर बोल रहा हूं लिखिए। ये मैं एक सुरक्षा कवच दे रहा हूं। जिसके पास माता जी का नंबर है वो और बड़ा सुरक्षा कवच है। रात में 11 बजे 12 बजे फोन उठाकर माँ समस्या का निराकरण करती हैं। मैं बड़ी जिम्मेदारी से यह बात कहता हूं कि सुल्तानपुर में न काबिलियत की कमी है, ना साहस की कमी है, ना प्रतिभा की और ना स्वाभिमान की। सुल्तानपुर के लोगों को केवल ऐसा एक व्यक्ति चाहिए जो उनको अपना परिवार माने।
वरुण गांधी ने परिवार का बताया मतलब
वरुण गांधी ने बिना नाम लिए भाजपा के मोदी का परिवार पर कटाक्ष किया, उन्होंने कहा परिवार का मतलब होता है, 'हर वार पे जो साथ दे वही परिवार होता है।' हम लोग एक वादा करते हैं नाली, सड़क, बिजली यह सब होता रहेगा। लेकिन हम सब वादा करते हैं एक खून के रिश्ते का कि सुल्तानपुर का कोई व्यक्ति कभी अकेला नहीं होगा।