Maneka Gandhi: वरुण को टिकट नहीं मिलने पर मेनिका ने तोड़ी चुप्पी, फैसला लेने का दिया संकेत
Lok Sabha elections 2024: जब प्रेस ने मेनिका गांधी से पूछा कि आपके बेटे वरुण गांधी को टिकट नहीं मिला है तो आप क्या करेंगे, तो इस पर उन्होंने कहा कि उनसे पूछें कि वह क्या करना चाहते हैं, मैं कैसे इस पर जवाब दे सकती हूं। इस पर हम चुनाव के बाद विचार करेंगे, अभी समय है।
UP Lok Sabha elections 2024: यूपी के लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने जहां मेनका गांधी को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं उनके पुत्र एवं सांसद वरूण गांधी का टिकट काटकर पीलीभीत से यूपी सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद पर दांव चला है। टिकट कटने के बाद भले वरुण गांधी केंद्रीय नेतृत्व से नाराज हों, मगर उनकी माता मेनका गांधी दोबारा भाजपा और सुल्तानपुर से पार्टी का प्रत्याशी बनाने पर खुश हैं और वह इस समय अपने संसदीय क्षेत्र में दौरे पर हैं। मेनका गांधी 10 दिन के दौरे पर सुल्तानपुर आई हैं, इस दौरे के दौरान वह कई चुनावी कार्यक्रम भाग लेते हुए अपने पक्ष में लोगों के मतदान करने की अपील करेंगी।
सुल्तानपुर पहुंचे ये बात कही मेनिका गांधी ने
यूपी के सुल्तानपुर पहुंचे ही भाजपा प्रत्याशी मेनिका गांधी ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत की। उन्होंने दोबारा भाजपा का यहां से उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मैं बहुत शुख हैं कि मैं बीजेपी नें हूं। टिकट की घोषणा बहुत देर से हुई, इसलिए दुविधा थी कि मुझे कहां से लड़ना चाहिए, पीलीभीत से या सुल्तानपुर से। अब जब पार्टी ने सुल्तानपुर के संसदीय क्षेत्र से मुझे लड़ाने का फैसला कर लिया है तो मैं खुश हूं कि दोबारा सुल्तानपुर वापस आ गई हूं, क्योंकि इस जगह का एक इतिहास है कि कोई भी सांसद यहां से दोबारा जीत कर संसद भवन नहीं पहुंचा है।
वरूण पर बोलीं मेनिका, अभी बहुत समय
जब प्रेस ने मेनिका गांधी से पूछा कि आपके बेटे वरुण गांधी को टिकट नहीं मिला है तो आप क्या करेंगे, तो इस पर उन्होंने कहा कि उनसे पूछें कि वह क्या करना चाहते हैं, मैं कैसे इस पर जवाब दे सकती हूं। इस पर हम चुनाव के बाद विचार करेंगे, अभी समय है। उन्होंने कहा कि "वरुण और उनकी बहू दोनों को इस वक्त वायरल फीवर है और मेरी समधन को हार्ट अटैक हुआ है तो घर में इस वक्त बीमारी चल रही हैं। दरअसल, माता और पुत्र के बीच भाजपा ने ऐसी स्थिति बना दी है कि दोनों से खुलकर कुछ बोल नहीं पा रहे हैं,क्योंकि भाजपा ने यहां वरूण का टिकट काटा है तो वहीं उनकी माता को टिकट दिया है। लेकिन उनके बयानों से अनुमान लगाया जा सकता है कि वरुण कुछ न कुछ जरूर करेंगे, जोकि चुनाव के बाद ही पता चलेगा.
2019 में मेनिका ने जीता था चुनाव
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने यूपी के सुल्तानपुर से मेनिका गांधी को उम्मीदवार बनाना था। इस चुनाव में मेनिका गांधी ने बीएसपी उम्मीदवार चंद्र भद्र सिंह को मात दी थी। मेनका गांधी को 4 लाख 59 हजार 196 वोट मिले थे, जबकि बसपा उम्मीदवार को 4 लाख 44 हजार 670 वोट मिले थे। कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. संजय सिंह को 41 हजार 681 मत प्राप्त हुए थे। सपा ने यहां से अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था, क्योंकि इस चुनाव में बसपा और सपा का गठबंधन था।
इन पार्टी ने खुले 2024 के पत्ते
2024 के लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा अपने सहयोगियों के साथ मैदान में 80 सीटों को जीतने का ताल ठोक रही है तो वहीं सपा- और कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत मैदान है, जबकि बसपा अकेले दम पर लोकसभा के रण है। यूपी के सुल्तानपुर से भाजपा ने मेनिका गांधी को उतारा है। इंडिया गठबंधन के तहत सपा ने भीष निषाद को उम्मीदवार बनाया गया है और यह पार्टी के प्रदेश सचिव हैं। हालांकि बपसा ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
वरुण ने लिखा भावुक पत्र
वहीं, लोकसभा चुनाव का टिकट कटने के बाद 28 मार्च को सांसद वरूण गांधी ने पीलीभीत की जनता के लिए एक भावुक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने कहा कि आज जब मैं यह पत्र लिख रहा हूं, तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया है। मुझे वह 3 साल का छोटा बच्चा याद है जो 1983 में अपनी मां की उंगली पकड़कर पहली बार पीलीभीत आया था, उसे क्या पता था कि एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि बन जाएगी और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे।
पीलीभीत से रिश्ता आखिरी सांसों तक
भले ही एक सांसद के रूप में मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है, लेकिन पीलीभीत के साथ मेरा रिश्ता मेरी आखिरी सांस तक खत्म नहीं हो सकता। एक सांसद के रूप में नहीं तो एक बेटे के रूप में मैं जीवन भर आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं और मेरे दरवाजे पहले की तरह आपके लिए हमेशा खुले रहेंगे। मैं आम आदमी की आवाज उठाने के लिए राजनीति में आया हूं और आज मैं आपका आशीर्वाद चाहता हूं कि आप हमेशा यह काम करते रहें, चाहे इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े। मेरे और पीलीभीत के बीच का रिश्ता प्यार और विश्वास का है, जो किसी भी राजनीतिक योग्यता से कहीं ऊपर है। मैं आपका था, हूं और रहूंगा।'' वरुण दो बार पीलीभीत सीट से जीते थे।
101 गांवों का करेंगी दौरा
मेनका गांधी के सुल्तानपुर दौरे की बात करें तो सांसद पूरे लोकसभा क्षेत्र के 101 गांवों का दौरा करेंगी। कटका गुप्तारगंज, तातियानगर, टेढुई, गोलाघाट, शाहगंज चौराहा, दरियापुर तिराहा और पयागीपुर चौराहा आदि स्थानों पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।