शिक्षिका की शर्मनाक करतूत, मासूम दिव्यांग छात्र के गले में सैंडल पहना कर घुमाया

बेटे के पैर में चोट थी, इसलिए शनिवार को वह जूतों के बजाय सैंडल पहनकर स्कूल चला गया। जूतों की जगह सैंडल देख कर शिक्षिका आपे से बाहर हो गई और उसकी सैंडलें उतार कर उसके गले में माला की तरह पहना दीं। दिव्यांग छात्र का आरोप है कि गले में सैंडल की माला पहना कर उसे घुमाया गया।

Update: 2016-10-09 09:28 GMT

शामली: स्कूल नैतिकता और संवेदनशीलता की शिक्षा देने के लिए होते हैं। लेकिन शामली के एक स्कूल में एक शिक्षिका ने संवेदनहीनता की हदें पार दीं। शिक्षिका ने एक दिव्यांग छात्र के गले में सैंडल पहना कर उसे पूरे स्कूल में घुमाया। मासूम छात्र की गलती सिर्फ इतनी थी, कि पैर में चोट के कारण वह जूते के बजाय सैंडल पहन कर स्कूल चला गया था। घटना के बाद छात्र गहरे मानसिक सदमे में है।

दिव्यांग के गले में डालीं सैंडल

-मामला शामली के गांव डांगरोल का है। गांव भभीसा निवासी एक किसान के दो पुत्र गांव डांगरोल के करीब एक स्कूल में पढ़ते हैं।

-बड़ा बेटा विकलांग है। वह कक्षा 3 में पढ़ता है। बेटे के पैर में चोट थी, इसलिए शनिवार को वह जूतों के बजाय सैंडल पहनकर स्कूल चला गया।

-जूतों की जगह सैंडल देख कर शिक्षिका आपे से बाहर हो गई और उसकी सैंडलें उतार कर उसके गले में माला की तरह पहना दीं।

-दिव्यांग छात्र का आरोप है कि गले में सैंडल की माला पहना कर उसे घुमाया गया।

-शिक्षिका ने धमकी भी दी, कि अगर फिर कभी इस तरह आओगे तो ऐसा ही हाल होगा।

सदमे में दिव्यांग छात्र

-अपने साथ हुई इस घटना से छात्र को गहरा मानसिक आघात लगा है। छात्र की हालत खराब हो गई। उसने घर जाकर परिजनों को घटना बताई।

-घटना से दुखी पिता अपने पीड़ित बच्चे को लेकर कांधला थाने पहुंचे।

-पिता ने शिक्षक और अन्य स्टाफ के विरुद्ध तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की है।

-उधर, मामले में स्कूल प्रधानाचार्य नीलम तोमर से संपर्क किया गया, लेकिन उनके दोनों मोबाइल नंबरों में से किसी पर भी जवाब नहीं मिला।

-सीओ कैराना, भूषण वर्मा ने स्कूल के खिलाफ तहरीर मिलने की बात कही है। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

Tags:    

Similar News