Muzaffarnagar News: महिला सहित तीन लोगों की मौत, जानलेवा बुख़ार के प्रकोप से दहशत

Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर जनपद की बुढ़ाना तहसील स्थित लूहसाना गांव में मंगलवार को एक महिला सहित तीन लोगों की जानलेवा बुखार से मौत होने के कारण हड़कंप मच गया है।

Report :  Amit Kaliyan
Update: 2022-11-02 06:55 GMT

मुजफ्फरनगर: जानलेवा बुख़ार से महिला सहित तीन लोगों की मौत, जानलेवा बुख़ार के प्रकोप से दहशत

Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffernagar News) जनपद की बुढ़ाना तहसील स्थित लूहसाना गांव (Luhsana Village) में मंगलवार को एक महिला सहित तीन लोगों की जानलेवा बुखार से मौत होने के कारण हड़कंप मच गया है। ग्रामीणों का दावा है कि तीनों मौतें डेंगू के चलते हुई हैं जबकि जनपद के स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जनपद में अभी तक एक भी मौत डेंगू (dengue fever) से नहीं हुई है। जिसके चलते ग्रामीणों में खासा रोष उत्पन्न है।

ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में बहुत से लोग बुखार से पीड़ित है। जिसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग को भी की गई थी। जिसके चलते कुछ दिन पूर्व गांव में पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामूली जांच कर गांव वालों को कह दिया था कि किसी को डेंगू नहीं है।

गांव में बहुत से लोग बुखार से पीड़ित

बुढ़ाना तहसील के लूहसाना गांव में आज एक 30 वर्षीय महिला जूली पति प्रवेश, 50 वर्षीय व्यक्ति उमेश पुत्र वीरसेन और 55 वर्षीय निरंजन पुत्र राजाराम की जानलेवा का बुखार के चलते मौत हो गई थी। जिसके चलते गांव वालों का आरोप है कि गांव में बहुत से लोग बुखार से पीड़ित हैं। जिसकी सूचना स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को भी दिखाई थी। कुछ दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों की मामूली जांच कर यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया था कि किसी को डेंगू नहीं है जबकि प्राइवेट लैब में जांच कराने पर ग्रामीणों में डेंगू के लक्षण आए थे जिसके चलते ग्रामीणों में खासा रोष उत्पन्न हैं।

इस बाबत जब हमने आज जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर सिंह फौजदार से बात की तो उनका साफ तौर पर कहना था कि जनपद में इस समय 48 डेंगू के एक्टिव केस हैं, लेकिन अभी तक किसी भी व्यक्ति की मौत डेंगू से नोटिफाइड नहीं हुई है।

डेंगू से मरने की कोई भी नोटिफाइड जानकारी अभी तक नहीं

महावीर सिंह का कहना था कि मौत और भी वजह से होती है इस तरह लोग उसे डेंगू से जोड़ रहे हैं जैसे पोलियो की दवाई जिस दिन पिलाई जाती थी उस दिन अगर किसी बच्चे की मौत हो जाती थी तो उसे पोलियो से जोड़ दिया जाता था। अब हार्टअटैक लीवर फेल से भी जो डेथ हो रही है उसे भी डेंगू से जोड़ दिया जा रहा है जबकि हमारे पास डेंगू से मरने की कोई भी नोटिफाइड जानकारी अभी तक नहीं है।

एक मृतक के परिजन सोनू सैनी का आरोप है कि आज मेरे गांव में डेंगू से 3 मौत हुई हैं मेरे घर का हाल तो आप देख ही चुके हो। तीनो घर में आप जाकर देख सकते हो और मुझे 15 दिन पहले आश्वासन दिया गया था कि तुम्हारे गांव में कोई डेंगू नहीं है और मात्र 2 बार गांव में फागिंग हुआ है जो ग्राम प्रधान ने कराया है। पूर्व प्रधान ने सफाई अपने पास से कराई लेकिन बाहर से कोई मदद नहीं है।

डेंगू से मरने की कोई भी नोटिफाइड जानकारी अभी तक नहीं

गांव की स्थिति बहुत खराब है ना इसकी कोई जिम्मेदारी लेने वाला है मेरे गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम आई थी जिन्होंने एक पेरासिटामोल की गोली और ओ आर एस के पैकेट बाटे थे बस। इसके अलावा कोई अन्य कोई गोली उन्होंने किसी भी बीमार को नहीं दी है मैं खुद डेंगू से पीड़ित हूं मैंने एसडीएम साहब से भी शिकायत की थी इस बाबत उन्होंने भी सिर्फ आश्वासन दिया था।

आपको बता दें कि डेंगू के चलते जनपद के जिला चिकित्सालय में एक अलग से वार्ड भी बनाया गया है जहां पर डेंगू के मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। इस समय हालात यह है कि जनपद में डेंगू सहित अन्य जानलेवा बुखार के मरीजों की तादाद दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।

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