ओडीओपी की तर्ज पर होगा यूपी में पर्यटन केन्द्रों का विकास
प्रदेश की योगी सरकार एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर हर जिले के पर्यटन स्थल को विकसित करने का काम करेगी। इसके लिए बाराबंकी में गो सफारी बनाया जाएगा।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर हर जिले के पर्यटन स्थल को विकसित करने का काम करेगी। इसके लिए बाराबंकी में गो सफारी बनाया जाएगा। वहीं बुंदलेखण्ड में चित्रकूट समेत अन्य पर्यटन क्षेत्रों को विकसित किया जाएगा। राज्य सरकार इस बात पर काफी समय से विचार कर रही थी कि प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाओें के बाद भी पर्यटकों की संख्या में बढौत्तरी नही हो पा रही है। इसीको ध्यान में रखरक सरकार ने इस योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है।
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करीब दो सौ करोड़ से अधिक का होगा खर्चा
इसके लिए विभाग ने करीब दो सौ करोड़ से अधिक लागत की पर्यटन विकास की योजनाएं प्रस्तावित की हैं। इसमें सीतापुर स्थित नैमिषारण्य में दशाश्वमेघ घाट, झांसी-ललितपुर में हेरिटेज सर्किट, क्रांति पथ का निर्माण, मिर्जापुर, चुनार व अन्य स्थलों पर हेरिटेज सर्किट, सलखन फासिल्स पार्क, कैमूर वन्यजीव विहार में ईको-सर्किट का निर्माण प्रस्तावित है। जबकि इटावा लायन सफारी की तर्ज पर बाराबंकी के कमियार में गो-सफारी बनाने की तैयारी में है।
वहीं बुंदेलखण्ड में चित्रकूट को विकसित करने का काम किया जा रहा है। डिफेंस कॉरिडोर की योजना पर काम पहले से ही चल रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का काम शुरू हो चुका है। इससे चित्रकूट से दिल्ली महज पांच घंटे में तय होगी। विकास के नए रास्ते खुलने से बुंदेलखंड में बदहाली खत्म होने के रास्ते खुलेंगें
90 पर्यटन स्थलों को चमकाने का निर्णय लिया जा चुका है
देश के पर्यटन विभाग ने संत कबीर दास की मगहर में बनी उनकी समाधि और मजार दोनों को संवारने का बीड़ा उठाया है। प्रदेश का पर्यटन विभाग मगहर समेत प्रदेश के 90 पर्यटन स्थलों को स्वदेश दर्शन योजना के तहत चमकाने का निर्णय लिया जा चुका है। जिन स्थलों को फिर से संवारने का काम शुरू होने जा रहा है अथवा हो चुका है। उसमें बुलंदशहर का मां अवन्तिका मंदिर, अलीगढ़ का अचलताल व सौरों मंदिर, कौशाम्बी का मां शीतला मंदिर प्रतापगढ़ का घुइसरनाथ धाम , उन्नाव का गंगाघाट सरौसी, कैराना, मिर्जापुर का सिद्धबाबा की दरी व हनुमंत धाम आजमगढ़ का परशुराम मंदिर, दुर्वासा आश्रम, चंद्रमुनी आश्रम, दत्तात्रेय का आश्रम, मां शीतला देवी मंदिर, अवन्तिका पुरी मंदिर, जय मां पल्मेश्वरी मंदिर , बाराबंकी जिले में बाबा टीकाराम तपोस्थली, सिद्धेश्वर, लोधेश्वर, महादेव मंदिर , सुमली नदी गंगापुर घाट, पारिजात वृक्ष, भगवान पाश्र्वनाथ व कुंतेश्वर महादेव मंदिर सहित लगभग पूरे अवघ के हर जिले में व्यापक स्तर पर पर्यटक स्थल हैं जिनको विकसित किया जायेगा।
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इन पर्यटक स्थलों में कई तरह के काम कराये जायेंगे। ऐतिहासिक स्थलों में लाइट एंड साउंड शो , हाइमास्ट लाईट, इंटरप्रिटेशन सेंटर समेत पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाया जायेगा। वहीं धार्मिक स्थलों में घाट, बोटिंग ,सोलर लाइट आदि। इन सभी जगहों पर पर्यटन विभाग मुख्यमंत्री के सपने को साकार करने की दिशा में शुरुआत कर चुका है।