यूपी बॉर्डर पर श्रमिकों का जमावड़ा: राज्य में एंट्री पर रोक, मचा हंगामा
यूपी के बॉर्डर पर पुलिस एक्टिव हो गयी और वाहनों के आने पर रोक लगा दिया। ऐसे में मजदूरों से भरे प्राइवेट वाहनों को राज्य में एंट्री न मिलने के बाद बवाल शुरू हो गया है। यूपी एमपी बॉर्डर पर जाम लग गया। मजदूरों का हंगामा शुरू हो गया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में औरैया जिले में हुए भयानक सड़क हादसे के बाद मुख़्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त आदेश देते हुए मजदूर के जान जोखिम में डाल कर राज्य में आने पर रोक लगा दी। इस आदेश के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। यूपी के बॉर्डर पर पुलिस एक्टिव हो गयी और वाहनों के आने पर रोक लगा दिया। ऐसे में मजदूरों से भरे प्राइवेट वाहनों को राज्य में एंट्री न मिलने के बाद बवाल शुरू हो गया है। यूपी एमपी बॉर्डर पर जाम लग गया। मजदूरों का हंगामा शुरू हो गया है।
एमपी और यूपी के बीच की सीमा पर मजदूरों की एंट्री पर रोक
यूपी पुलिस ने एमपी और यूपी के बीच की सीमा पर मजदूरों की एंट्री पर रोक लगा दी है। इसके तहत रक्सा बॉर्डर से झांसी में वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा। निजी वाहनों को रोके जाने पर मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। आईजी, कमिश्नर, डीएम और एसएसपी रक्सा बॉर्डर पर पहुंच गए हैं।
निजी वाहनों को रोकने पर मजदूरों ने लगाया जाम
वहीं गाजीपुर-यूपी बॉर्डर पर भी कई प्रवासी मजदूरों को रोक दिया गया। बॉर्डर पर काफी भीड़ बढ़ गई है। नाराज मजदूरों ने जाम लगा दिया। कल से लागू हुए इस नियम के बाद कई मजदूर बॉर्डर पर ही फंसे हुए हैं। खाने की कोई सुविधा नहीं, वहीँ पैसे भी न होने से मजदूर काफी परेशान हैं।
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औरैया हादसे के बाद सीएम का कड़ा रुख
सीएम योगी आदित्यनाथ ने औरैया हादसे के मद्देनजर आदेश दिया है कि कोई भी श्रमिक पैदल या किसी वाहन में छुपकर या निजी वाहन से राज्य में एंट्री करता है तो बॉर्डर के थाने के थानेदार इसके लिए जिम्मेदार होंगे। सीएम के आदेश का पालन कराने के लिए पुलिस ने रक्सा बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर रखी है।
सीएम योगी ने दिए ये आदेश
अन्य प्रदेशों से प्रदेश की सीमा में पैदल, दो पहिया वाहन और ट्रक के जरिए किसी भी प्रवासी व्यक्ति आने की अब इजाजत नहीं होगी।
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वहीं प्रवासियों को क्वारनटीन, शेल्टर होम या अन्य जिलों में भेजे जाने के लिए पर्याप्त संख्या में प्राइवेट और स्कूल बसों की व्यस्था कराने के निर्देश दिए गए। पैदल व्यक्ति अगर किसी प्रकार से जिले में आते हैं तो उन्हें वहीं रोककर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुरूप कार्रवाई की जाए। किसी भी प्रवासी को सड़क या रेलवे लाइन पर न चलने दिया जाए।
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