UP Budget 2022: गंगा की सहायक नदियाँ जब तक साफ़ नहीं होंगी कभी नहीं साफ़ होगी गंगा- अखिलेश यादव
UP Budget 2022: नदियों की सफाई के बारे में अखिलेश यादव ने कहा कि जब तक वरुणा, काली और यमुना नदी साफ नहीं होती, नदी में गिरने वाले नाले बंद नहीं होते तब तक गंगा साफ नहीं होंगी।
UP Budget 2022: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का बजट (BJP Government Budget 2022) झूठे सपने दिखाने वाला है। जमीनी हकीकत जबकि कुछ और है। यह किसानों को धोखा देने वाला बजट है। समाजवादी सरकार ने जो काम किए थे भाजपा उनको अपना बताकर काम चला रही है। 2022-2023 का सरकार जो बजट (UP Budget 2022) लाई है वह उसे खर्च भी कर पाएगी इसमें संदेह है।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था किसानों से जुड़ी है। किसानों की आय दुगनी करने की बात भाजपा ने अपने 2017 के संकल्प पत्र में कही थी। सन् 2022 तक संकल्प पूरा करने का वादा भी था पर इस पर सरकार चुप है। इस बार तो कृषि क्षेत्र (Agriculture Sector) में कम बजट दिया गया है। गेहूं-धान की फसल की एमएसपी दरों (MSP Rates) पर खरीद नहीं हुई। टमाटर, आलू, प्याज की फसलों को कोई मदद नहीं मिली। आलू किसानों को जेल भेजा गया है। आखिर बताएं कि किसान अपना आलू कहां लाकर बेचेगा? समाजवादी सरकार में मंडियों की व्यवस्था पर ध्यान दिया गया था भाजपा राज में मंडियां कहां बची?
बजट में आय-व्यय का अंतर कैसे पूरा होगा?
विधानसभा के बजट पर संसोधन पेश करते हुए नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार बताए किसानों का गन्ना बकाया कितना बाकी रह गया है। सरकार सहकारी मिलों का भुगतान बताती है किन्तु प्राइवेट मिलों का क्या होगा? उन्होंने कहा महंगाई रोकना सरकार के बस में नहीं है। सरिया, गिट्टी, बालू, मौरंग सभी निर्माण सामग्रियों के दाम बढ़ गए हैं। सरसों तेल, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, बिजली, के दाम बढ़े हैं। कहा गया था नोटबंदी से भ्रष्टाचार मिटेगा। कालाधन समाप्त होगा। ऐसा कुछ तो हुआ नहीं। सरकारी रिपोर्ट है कि 500 और 2 हजार के 50 प्रतिशत जाली नोट बाजार में आ गए हैं। केन्द्र सरकार अब GST की प्रतिपूर्ति भी बंद करने जा रही है। तब बजट में आय-व्यय का अंतर कैसे पूरा होगा?
यादव ने कहा कि 70 लाख नौकरी देने का वादा भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किया था। इनका विवरण नहीं दिया जाता है। निवेश के लिए तमाम एमओयू साइन हुए थे, बताया जा रहा है कि कई चरणों में 3 लाख करोड़ रूपये के निवेश पर काम हो रहा है। सरकार बताए कि अब किस चरण में काम हो रहा है? उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने स्वच्छ भारत (Swachh Bharat) का सपना दिखाया पर हर जगह गंदगी फैली है। स्मार्ट सिटी (Smart City) में समाजवादी सरकार के कामों को हटा दें तो क्या बचेगा?
न सड़कें हुईं गड्ढा मुक्त, ना हुआ बिजली व्यवस्था में सुधार
सपा प्रमुख ने कहा कि पांच साल में 18 हजार करोड़ का बजट आया लेकिन सड़कें गड्ढ़ा मुक्त नहीं हो सकी। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर मेराज, हरकुलिस विमान उतार दिए लेकिन गड्ढा नहीं हुआ। भाजपा सरकार वादा करके लैपटॉप नहीं दे पाई। एससी-एसटी कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं में गिरावट आई है। बिजली के उत्पादन, वितरण, पारेषण में सुधार के लिए कुछ नहीं हुआ। विभाग 70 हजार करोड़ के घाटे में कैसे हुआ जबकि समाजवादी सरकार में बैलेंस सीट क्लीयर करके दी थी। विकास का सबसे मुख्य कारक बिजली है। भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते हाउसिंग सेक्टर बर्बाद हो गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि इटावा में लॉयन सफारी की उपेक्षा की जा रही है। कन्नौज इत्र का व्यापार एवं निर्माण का केन्द्र है। समाजवादी सरकार में इत्र म्यूजियम बनाने का प्रस्ताव था। सैफई और लखनऊ में नए मॉडल के प्राइमरी स्कूल बने। केन्द्र से 3 सैनिक स्कूल मिले थे जो समाजवादी सरकार ने अमेठी, मैनपुरी और झांसी में स्थापित किए थे। भाजपा सरकार ने एक भी राज्य में सैनिक स्कूल नहीं बनाया। सरकार 35 करोड़ वृक्ष लगाने का दावा करती है। इतने पेड़ कहां लगेंगे? उन्होंने कहा डिफेंस कॉरिडोर कैसे बनेगा? यह बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे से हटकर बना है वहां बिजली, पानी, सड़क के अभाव में कौन उद्योगपति निवेश करेगा?
उन्होंने कहा कि मुम्बई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे बन रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश को नहीं जोड़ा गया। गंगा एक्सप्रेस-वे को केन्द्र से मदद मिलनी चाहिए। एयरपोर्ट बनाने में समाजवादी सरकार ने रूचि ली थी। कुशीनगर, आजमगढ़ में एयरपोर्ट समाजवादी सरकार में बने। यह सरकार न जाने कब बन रहे नए एयरपोर्ट बेच दे। सरकार वन नेशन, वन उद्योगपति की नीति पर चल रही है। अयोध्या में एयरपोर्ट अभी तक नहीं बना। किसानों को ली गई जमीन के मुआवजे में छः गुना ज्यादा दीजिए।
अब तक साफ नहीं हुई गंगा
नदियों की सफाई के बारे में उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना (Namami Gange Yojana) पर काफी खर्च आया है पर गंगा साफ नहीं हुई? जब तक वरुणा, काली और यमुना नदी साफ नहीं होती, नदी में गिरने वाले नाले बंद नहीं होते तब तक गंगा साफ नहीं होंगी। लखनऊ में गोमती रिवरफ्रंट बना समाजवादी सरकार में बना है जो गुजरात के साबरमती रिवरफ्रंट से बेहतर है।
यादव ने कहा कि बसों में गरीब जनता चलती है। आज बसों की दुर्दशा यह है कि यात्रियों को खटारा बसों में चलना पड़ रहा है। ज्यादातर बसें धक्का लगाने से चलती हैं। समाजवादी पेंशन गरीबों, बेसहारा महिलाओं के लिए थी उसे भी भाजपा सरकार ने रोक दिया। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की जगह ईज ऑफ डूइंग क्राइम हो गया। दूसरों पर आरोप लगाने वाले मुख्यमंत्री जी देख लें अपने लोगों का व्यवहार, वे कैसी गुंडई कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने पुरानी पेंशन बहाली, डीए घोषित करने, नगर प्रतिकर भत्ता बहान करने, आउटसोर्स भर्तियां बंद करने तथा शिक्षक भर्ती सहित अन्य भर्तियों को शीघ्र पूरी करने की भी मांग की।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पिछड़ों से वोट लेना चाहती है। उन्हें उनकी संख्या के अनुसार सम्मान और भागीदारी नहीं देना चाहती है। जाति जनगणना कराने में क्या दिक्कत है? समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ती रहेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि 'समाजवाद' शब्द तो भारत के संविधान की प्रस्तावना में भी है। समाजवाद पर प्रश्नचिह्न लगाने वाले लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष नहीं हो सकते हैं। अगर लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है तो कोई समाजवादी के साथ सेक्युलर भी नहीं हो सकता है। इन तीनों में से किसी एक को भी हटाएंगे तो देश नहीं चल सकता है।
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