अब जेवर एयरपोर्ट के ही नजदीक बनेगी इलेक्ट्रॉनिक सिटी, होगा 17 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश
इस इलेक्ट्रॉनिक सिटी में होने वाले निवेश से गौतमबुद्धनगर (नोएडा) की ख्याति तो संसार में फैलेगी ही यीडा का भी नाम होगा। 1942 निवेशक 17,272.74 करोड़ रुपए का निवेश कर अपनी फैक्ट्री स्थापित कर रहे हैं।
Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Cm yogi Adityanath) के प्रयासों से राज्य में बनाया जा रहा जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (Jewar International Airport) अब यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस एयरपोर्ट (Airport) की वजह से देश तथा विदेश के बड़े बड़े निवेशक एयरपोर्ट के नजदीक ही अपना उद्यम स्थापित करने में रूचि ले रहें हैं। होटल से लेकर उद्योग तक लगाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। करीब 17,272.74 करोड़ रुपए का निवेश यहां हो रहा है। यहीं नहीं टॉय पार्क (toy park), फिल्म सिटी (Film City) , मेडिकल डिवाइस पार्क (medical device park) और लेदर पार्क जैसी तमाम बड़ी योजनाएं यहां शुरू करने के फैसला करने के बाद अब प्रदेश सरकार यीडा के क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक एसेसीरीज (electronic accessories) के लिए इलेक्ट्रॉनिक पार्क (Electronic Park) विकसित करेंगी। यह इलेक्ट्रॉनिक सिटी 250 एकड़ में बसाई जाएगी। यहां मोबाइल (Mobile), टीवी (TV) और तमाम दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने वाली राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां आएंगी। जेवर एयरपोर्ट के पास यमुना एक्सप्रेस वे (Yamuna Expressway) के किनारे बनने वाली इलेक्ट्रॉनिक सिटी (electronic city) से करीब 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश आने की संभावना है।
इस इलेक्ट्रॉनिक सिटी (Electronic City) में होने वाले निवेश से गौतमबुद्धनगर (नोएडा) की ख्याति तो संसार में फैलेगी ही यीडा का भी नाम होगा। इस इलाके में अपना उद्यम स्थापित करने में देश तथा विदेश के बड़े बड़े निवेशक रूचि दिखा कर रहे हैं। यीडा के क्षेत्र में जेवर एयरपोर्ट के बनने के फैसले के बाद से अब तक 1942 निवेशकों को उद्यम स्थापित करने के लिए भूमि उपलब्ध कराई गई है। ये 1942 निवेशक 17,272.74 करोड़ रुपए का निवेश कर अपनी फैक्ट्री स्थापित कर रहे हैं। इन निवेशकों के फैक्ट्रियों में 2,65,718 लोगों को रोजगार मिलेगा।
अधिक नौकरियां जेवर एयरपोर्ट से लोगों को मिलगी
यीडा के अधिकारियों के अनुसार, सबसे अधिक रोजगार जेवर एयरपोर्ट, मेडिकल डिवाइस पार्क (Medical Device Park), फिल्म सिटी, टॉय पार्क और लेदर पार्क में लोगों को मिलेगा। सबसे अधिक नौकरियां जेवर एयरपोर्ट से लोगों को मिलगी। इसके बाद सेक्टर-28 में 350 एकड़ जमीन पर 5,250 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जाने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क में 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। फिल्म सिटी में 15 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। टॉय पार्क और लेदर पार्क में भी दस हजार से अधिक लोग रोजगार पाएंगे। इसी प्रकार इलेक्ट्रॉनिक सिटी भी हजारों लोगों को रोजगार मुहैया कराएगी।
बड़े निवेशक बहुत उत्साहित
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह के अनुसार, सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जो नीतियां बनाई हैं, उनसे बड़े निवेशक बहुत उत्साहित हैं। ये निवेशक सरकार की इंवेस्टर फ्रेंडली नीतियों का लाभ लेते हुए अपना उद्यम राज्य में स्थापित करना चाहते हैं। जिसका संज्ञान लेते हुए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक एसेसरीज कंपनियों के लिए विशेष तौर पर एक इलेक्ट्रॉनिक पार्क विकसित किए जाने का फैसला किया गया। यीडा के सेक्टर 14 या फिर सेक्टर 10 में इसे शुरू किए जाने की योजना है। इस पार्क के विकसित होने से प्राधिकरण क्षेत्र में न केवल निवेश आएगा बल्कि लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा। नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के पास बनने वाली इलेक्ट्रॉनिक सिटी में करीब 50 हजार करोड़ रूपये का निवेश आने की उम्मीद है । ये इलेक्ट्रॉनिक सिटी 250 एकड़ में बसाई जाएगी। यहां मोबाइल, टीवी और तमाम दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने वाली राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां आएंगी। इससे स्थानीय युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर हासिल होंगे।