राफेल लाए UP के कमाण्डर: विमानों को भारत लाने वाले ये दो महानायक, हुआ स्वागत

फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप के पांच विमान आज अंबाला के वायुसेना एयरबेस आज जब भारत पहुंचे तो जहां देष का सिर उंचा हुआ।

Update:2020-07-29 16:24 IST

लखनऊ: फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप के पांच विमान आज अंबाला के वायुसेना एयरबेस आज जब भारत पहुंचे तो जहां देष का सिर उंचा हुआ। वहीं उत्तर प्रदेश का सर भी गौरव से ऊंचा हो गया है। इसका कारण हैं राफेल को उड़ाकर भारत लाने वाले प्रदेश के दो जांबाज बेटे- विंग कमांडर मनीष सिंह और अभिषेक त्रिपाठी है।

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अभिषेक त्रिपाठी हरदोई के रहने वाले है

फ्रांस से आए लड़ाकू विमान राफेल को लाने वालो में दो विंग कमाण्डरों में से एक अभिषेक त्रिपाठी हरदोई के और दूसरे बलिया के रहने वाले है। अभिषेक बचपन से लेकर अब तक कई बार संडीला के बरौनी स्थित पैतृक आवास पर आकर परिजनों के साथ समय बिता चुके हैं। अभिषेक हरदोई के संडीला कस्बे के मोहल्ला बरौनी के निवासी हैं। संडीला निवासी अनिल त्रिपाठी जयपुर में रहते हैं। अनिल त्रिपाठी के बेटे अभिषेक एयर फोर्स में विंग कमांडर हैं। भारत ने जब राफेल डील की थी तो राफेल उड़ाने के लिए चुनिंदा विंग कमांडरों को प्रशिक्षण दिया गया था। इनमें बरौनी निवासी विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी भी शामिल थे।

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मनीष सिंह बलिया के रहने वाले है

राफेल विमानों को फ्रांस से लेकर भारत आने वालों में बलिया का भी एक जांबाज विंग कमांडर मनीष सिंह के राफेल उड़ाकर भारत लाए जाने से बाद गांव में खुशी की लहर दौड़ गई और मिठाईयां बांटी जा रहीं है। बलिया का बकवा गांव विंग कमांडर मनीष सिंह का पैतृक गांव हैं। मनीष में पिता, बाबा, भाई सभी रिटायर्ड फौजी है। मनीष ने सैनिक स्कूल कुंजपुरा हरियाणा से शिक्षा लेने के बाद वायुसेना में मनीष का चयन एनडीए के जरिये हुआ था।

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मनीष 2003 में बतौर फ्लाइट लेफ्टिनेंट वायुसेना में भर्ती हुए थे। फिलहाल वह विंग कमांडर हैं। इससे पहले वह गोरखपुर में तैनात थे। उन्हें राफेल उड़ाने का प्रशिक्षण लेने के फ्रांस भेजा गया था। दो भाई और दो बहन में सबसे बड़े मनीष के राफेल उड़ाकर भारत लाए जाने से बकवा गांव में खुशी की लहर है। मनीष के पिता मदन सिंह को अपने बेटे पर गर्व है। उन्होंने कहा कि बचपन से ही वह उड़ते हुए जहाज को देखता था तो कहता था एक दिन बड़ा होकर हेलीकाप्टर उड़ाऊंगा।

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