चीफ सेक्रेटरी राजीव कुमार की वीडियो कांफ्रेंसिंग में पेश आंकड़े फर्जी तो नहीं ?
लखनऊ: इस समय यूपी में स्वच्छ भारत मिशन के काम का खूब प्रचार हो रहा है। यूपी में इस योजना को अमली जामा पहनाने की जिम्मेदारी पंचायतीराज विभाग के पास है। चीफ सेक्रेटरी राजीव कुमार ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर गांवो को खुले में शौच मुक्त करने संबंधी काम की प्रगति भी जानी। पर अफसरों ने उनके सामने जो आंकड़े पेश किए हैं। पहली नजर में ही उन पर संदेह होता है। विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों का भी कहना है कि चीफ सेक्रेटरी से शाबाशी पाने के लिए आंकड़ों में हेरा फेरी की गई।
शौचालय बने 36 लाख, सिर्फ 24 लाख के फोटो अपलोड
प्रदेश में दो अक्टूबर 2014 से अब तक कुल निर्मित शौचालयों की संख्या 36 लाख है। पर अब तक लगभग 24 लाख शौचालयों के फोटो ही अपलोड किए गए हैं। यानि निर्मित शौचालयों के 67 फीसदी फोटो अपलोड हैं। पंचायतीराज विभाग के मुताबिक फोटो अपलोडिंग में प्रदेश का स्थान पूरे भारत में इक्कीसवां है। पर विभाग के यह आंकड़े संदेह पैदा करते हैं। यदि 36 लाख शौचालय बने हैं तो फिर सिर्फ 24 लाख की ही फोटो अपलोड क्यों? देखा जाए तो कुल 12 लाख शौचालयों के फोटो अपलोड होना बाकि है। इस बारे में निदेशक पंंचायतीराज विजय किरन आनन्द से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया।
यह हैं पंचायतीराज विभाग के पेश आंकड़े
यूपी में कुल ग्रामों की संख्या 95466 है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ओडीएफ घोषित ग्रामों की संख्या 6669 है।
2017—18 में 2064 गांवों को ओडीएफ घोषित किया गया है।
आउटसोर्सिंग से कुल 4557 मैनपावर रखे जा सकते हैं।
अब तक कुल 2556 कन्सलटेंट, डाटा इण्ट्री आपरेटर रखे गए।
2131 करोड़ इस वर्ष प्रचार प्रसार के लिए दिया गया।
अब तक कुल 78 करोड़ यानि 18 फीसदी खर्च हुआ।
चीफ सेक्रेटरी ने दी शाबाशी
वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्य सचिव राजीव कुमार ने बीते 15 अगस्त को बिजनौर, हापुड़ व शामली को ओडीएफ घोषित होने पर सम्बन्धित डीएम को बधाई दी है। कहा कि मेरठ, बागपत और गौतमबुद्धनगर भी दो अक्टूबर को ओडीएफ घोषित हो जाने पर सम्बन्धित जिलाधिकारी बधाई के पात्र हैं।