UP Election 2022: अवतार के यू-टर्न पर SP-RLD गठबंधन ने ली राहत की सांस, पढ़ें ये रिपोर्ट

UP Election 2022: सुबह कोरोना का हवाला देकर चुनाव लड़ने से इनकार करने वाले जेवर से रालोद प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना ने अब फिर चुनावी समर में कूदने का ऐलान किया है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Published By :  Divyanshu Rao
Update:2022-01-20 23:39 IST

अवतार सिंह भड़ाना की तस्वीर 

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022. विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में राजनीति शबाब पर है। गुरूवार सुबह चुनाव लड़ने से मना कर सपा – रालोद कैंप में सनसनी मचाने वाले दिग्गज गुर्जर नेता ने रात होते – होते यू-टर्न ले लिया है। दरअसल सुबह कोरोना का हवाला देकर चुनाव लड़ने से इनकार करने वाले जेवर से रालोद प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना ने अब फिर चुनावी समर में कूदने का ऐलान किया है। भाजपा छोड़कर रालोद में आए भड़ाना ने ट्वीट कर अपने इस फैसले की जानकारी दी। बकौल भड़ाना हमारे पूर्वजों का गौरवशाली इतिहास रहा है। चाहे कोई भी मैदान हो! समाज के लिए, उनके अधिकारों के लिए, गरीबों के लिए वीरता से जंग लड़ी है। कोरोना के शुरुआती लक्षण थे लेकिन RTPCR की रिपोर्ट में कोरोना नहीं है। अपनो के लिए चुनाव लड़ूंगा।

गुर्जर नेता के इस बयान से निश्चित तौर पर सपा – रालोद गठबंधन ने राहत की सांस ली होगी। बता दें कि दल बदलने में माहिर माने जाने वाले भड़ाना 2017 में मीरापुर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते। फिर 2019 में लोकसभा टिकट न मिलने के कारण फरीदाबाद से मौजूदा केंद्रीय कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ चुनाव लड़ गए। हरियाणा के रहने वाले 64 वर्षीय भड़ाना इससे पहले चार बार कांग्रेस की टिकट पर सांसदी का चुनाव जीत चुके हैं। तीन बार फरीदाबाद और एक बार मेरठ लोकसभा सीट का संसद में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

सपा – रालोद गठबंधन ने पश्चिमी यूपी में गुर्जर को अपने पाले में करने के लिए इस कद्दावर नेता को अपने पाले में किया। वहीं बात अगर गौतमबुध्दनगर जिले के अंतर्गत आने वाली जेवर सीट की करें तो यहां 2017में यहां से बीजेपी धीरेंद्र सिंह ने बीएसपी के वेदराम भाटी को 22 हजार से अधिक मतों से हराय़ा था। इस बार भी यहां बीजेपी से धीरेंद्र सिंह ही चुनावी मैदान में हैं तो वहीं रालोद से अवतार सिंह भड़ाना। वहीं कांग्रेस के मनोज चौधरी भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटे हैं। ऐसे में इस गुर्जर बहुल सीट पर कौन मारेगा बाजी, ये तो 10 मार्च को चुनाव परिणाम ही बताएगा।

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