UP Election 2022: अमेठी में बोले राहुल गांधी, हिंदुत्ववादी झूठ का प्रयोग करता है, अपने डर के सामने अपना सिर झुकाता है

UP Election 2022: अमेठी, रायबरेली गांधी परिवार का गढ़ रहा है और यह उनके लिए काफी मायने भी रखता है। यही वजह है कि अमेठी से हारने के बाद भी राहुल गांधी ने मिशन यूपी की शुरुआत यहीं से ही करने का निश्चय किया।

Published By :  Shreya
Update:2021-12-18 14:23 IST

राहुल गांधी (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

UP Election 2022: भाजपा भगाओ-महंगाई हटाओ यात्रा के तहत अमेठी पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जगदीशपुर से पद यात्रा की शुरुआत की है। राहुल गांधी ने यहां पीएम नरेंद्र मोदी को सीधे निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि एक तरफ हिंदू खड़े हैं जो सच्चाई फैलाते हैं, दूसरी तरफ हिंदुत्ववादी नफ़रत फैला रहे हैं।

अमेठी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान 

अमेठी की जनता के स्नेह का धन्यवाद- आपने दिखा दिया कि सच और झूठ का फ़र्क़ आप समझ गए हैं। दिल्ली लौट रहा हूँ लेकिन आपसे दूर ना गया था, ना जाऊँगा!

मैं आपको हिंदू का अर्थ बताता हूं-"जो केवल सत्य के मार्ग पर चलता है, जो कभी भी डर के आगे हारता नहीं है और जो कभी भी अपने डर को हिंसा, नफरत और क्रोध में परिवर्तित नहीं करता है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं महात्मा गांधी।"

राहुल गांधी ने रामलीला मैदान में काफी अरसे के बाद हर ओर राहुल-राहुल की गूंज सुनी। उन्होंने आगे कहा कि आपने मुझे राजनीति सिखाई, मैं आपका धन्यवाद देता हूं। आज देश के सामनें दो सवाल हैं, बेरोजगारी महंगाई। प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री इसका जवाब नही देते। हाल ही में वो गंगा स्नान कर रहे थे अकेले, लेकिन यह नही बताते रोजगार क्यों नही मिल रहा?

राहुल ने आगे कहा नरेंद्र मोदी तीन काले कानून लाए, पहले कहा किसानों के हित में हैं। एक साल किसान धरने पर बैठा तब कह रहे हैं कि माफी मांग रहा गलती हुई। सात सौ किसानों की मौत पर मैंने लोकसभा में सवाल उठाया तो सरकार ने कहा एक भी किसान नहीं मरा। हमने पंजाब में 400 किसान की मदद की उन्होंने 700 किसान की नहीं की। वो नोटबंदी और जीएसटी लेकर आए, क्या इसका फायदा किसानो को दुकानदारो को मिला? नोटबंदी और जीएसटी का फायदा किसानो को दुकानदारो को मिला।

राहुल गांधी-प्रियंका गांधी अमेठी में 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपनी बहन और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के साथ आज लगभग ढाई साल बाद अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र अमेठी (Amethi) के दौरे पर हैं। राहुल का यह दौरा कई मायनों में खास है क्योंकि 2019 में स्मृति ईरानी से चुनाव हारने के बाद वह अमेठी को लगभग भूल सा गए थे। लेकिन अब 2022 का रण फिर से शुरू हो गया है तो वह फिर यूपी का रुख कर चुके हैं। मिशन यूपी की शुरुआत के लिए राहुल गांधी ने अपने पुराने घर अमेठी को ही चुना है। अमेठी, रायबरेली गांधी परिवार का गढ़ रहा है और यह उनके लिए काफी मायने भी रखता है। यही वजह है कि अमेठी से हारने के बाद भी राहुल गांधी ने मिशन यूपी की शुरुआत यहीं से ही करने का निश्चय किया।

अमेठी कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां की जनता ने संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को सराखों पर बिठाया और दिल्ली की गद्दी पर बिठाया। 2014 की मोदी लहर की आंधी में भी अमेठी की जनता ने राहुल गांधी पर ही भरोसा किया था। लेकिन 2019 में यह सीट भी उनके हाथ से चली गई और स्मृति ईरानी यहां से सांसद बनकर इतिहास रच दिया। अब एक बार फिर से जब 2022 के विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है तो राहुल गांधी अपने गढ़ वापस लौट आये हैं और कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। चलिए आपको बताते हैं कि अमेठी का क्या है सियासी समीकरण? किस पार्टी का यहां पलड़ा रहेगा भारी? 2017 में किसे किस सीट पर मिली थी जीत?

अमेठी जिले का सियासी समीकरण

अमेठी जिला पहले सुल्तानपुर जिले का हिस्सा हुआ करता था। 2010 में मायावती सरकार ने सुल्तानपुर और रायबरेली के कुछ हिस्से को काटकर अमेठी को 72वाँ जिला बनाया। जिसका नाम छत्रपति शाहूजी महाराज नगर रखा गया था। इस नाम पर काफी विवाद हुआ बाद में 2013 में इसका नाम फिर से अमेठी कर दिया। अमेठी जिले का मुख्यालय गौरीगंज है। यहां विधानसभा की 4 सीटें हैं अमेठी, गौरीगंज, जगदीशपुर ( सुरक्षित) और तिलोई। 2017 की विधानसभा चुनाव की बात करें तो 4 में से 3 पर कमल खिला था जबकि एक बार साइकिल दौड़ी थी। कांग्रेस की झोली में एक भी सीट नहीं गई थी और यह कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन था। विधानसभा में जहां 4 सीटें हैं वहीं लोकसभा में रायबरेली का सलोन विधानसभा और सुल्तानपुर का हलियापुर इलाका अमेठी लोकसभा में आता है और यहां के लोग लोकसभा चुनाव में अमेठी के सांसद को चुनते हैं।

2017 का विधानसभा चुनाव का रिजल्ट

अमेठी विधानसभा- रानी गरिमा सिंह, बीजेपी

गौरीगंज विधानसभा- राकेश प्रताप सिंह, समाजवादी पार्टी

जगदीशपुर (एसी) विधानसभा- सुरेश पासी, बीजेपी

तिलोई विधानसभा- राजा मनकेश्वर शरण सिंह, बीजेपी

2012 का विधानसभा चुनाव

2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को अमेठी में 2 सीटें मिली थी, जबकि 2 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया था। अमेठी और गौरीगंज विधानसभा सीट पर सपा के प्रत्याशी जीते थे। जबकि तिलोई और जगदीशपुर कांग्रेस की झोली में गई थी। अमेठी से गायत्री प्रसाद प्रजापति सपा से विधायक बनकर मंत्री बने थे जबकि गौरीगंज से राकेश प्रताप सिंह विजयी हुए थे।

अमेठी-186 विधानसभा, 2017

गरिमा सिंह भाजपा विजेता 64,226

गायत्री प्रसाद प्रजापति सपा दूसरे स्थान पर 59,161

2012

गायत्री प्रसाद सपा विजेता 58,434

अमीता सिंह कांग्रेस दूसरे स्थान पर 49,674

2007

अमिता सिंह कांग्रेस विजेता 48,108

आशीष शुक्ला बसपा दूसरे स्थान पर 35,684

2002

अमिता सिंह भाजपा विजेता 55,949

आशीष शुक्ला कांग्रेस दूसरे स्थान पर 37,184

जगदीशपुर-184 (सुरक्षित) 2017

स्थान प्रत्याशी

पार्टी 

वोट 

वोट%

सुरेश पासी

भाजपा 

84219

43.64%

राधेश्याम

कांग्रेस 

67619 

35.04%

जगदत्त

बसपा 

31338 

16.24%





गौरीगंज- 185 विधानसभा 2017

प्रत्याशी

पार्टी 

वोट

वोट (%)

राकेश प्रताप सिंह

सपा 

77915

38.75%

मो. नईम 

कांग्रेस 

51496

25.61%

विजय तिवारी

बसपा

33848

16.84%

उमा शंकर पाण्डेय

भाजपा

23642

11.76%


गौरीगंज- 2012 विधानसभा चुनाव का परिणाम

स्थान प्रत्याशी

पार्टी 

वोट

वोट (%)

राकेश सिंह

सपा 

44287

24.36

मो. नईम 

कांग्रेस

43784

24.08

तेजभान सिंह

भाजपा 

34893

19.19

चंद्र प्रकाश

बसपा 

31061

17.09


तिलोई-178 विधानसभा 2017 चुनाव का परिणाम

स्थान प्रत्याशी

पार्टी

वोट

वोट (%)

मयंकेश्वर सिंह

भाजपा

96119

49.11

मो. सऊद

बसपा

52072

26.61

विनोद मिश्रा

कांग्रेस 

35837

18.31


2012 विधानसभा चुनाव का परिणाम

स्थान प्रत्याशी

पार्टी 

वोट

वोट (%)

डॉ. मो. मुस्लिम

कांग्रेस

61249

33.12

मयंकेश्वर सिंह

सपा 

58539

31.66

नदीम अशरफ 

बसपा

24027

13.00

तीन बार लगातार सांसद बने हैं राहुल गांधी 

लोकसभा चुनाव की बात करें तो राहुल गांधी (Rahul Gnadhi) यहां से तीन बार लगातार 2004, 2009 और 2014 में सांसद चुनकर संसद पहुंचे थे। उससे पहले उनकी मां सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) अमेठी से सांसद रह चुकी हैं। राहुल, सोनिया से पहले इस सीट का राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। यही वजह है की अमेठी कांग्रेस और गांधी परिवार के लिए कितना अहम है।

अभी कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद हैं 2019 में सिर्फ रायबरेली सीट (Raebareli Seat) पर ही कांग्रेस (Congress) का खाता खुला था और अमेठी उसके हाथ से खिसक गई थी। अब 2022 के चुनाव में एक बार फिर से राहुल गांधी (Rahul Gnadhi) ने पुराने घर का रुख किया है और यहां पर अपनी खोई ज़मीन को वापस पाने का भरसक प्रयास करेंगे। अमेठी से ही वह यूपी चुनाव (UP Chunaav) प्रचार का आगाज करने जा रहे हैं।

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