घोरावल में बड़ा सियासी उलटफेर, सपा से रमेशचंद्र दूबे ने किया नामांकन, अद (के) के सामने असमंजस की स्थिति
सोनभद्र के घोरावल विधानसभा सीट पर कई दिनों से अपना दल के और सपा के बीच समीकरण उलझा हुआ है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रमेश चंद्र दुबे ने घोरावल से अपना नामांकन दाखिल किया।
सोनभद्र। सपा और उसके सहयोगी दल अपना दल कमेरावादी (Apna Dal Comrawadi) की तरफ से उम्मीदवारी को लेकर लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी घोरावल विधानसभा सीट (Ghorawal Assembly seat) पर बुधवार को बड़ा सियासी उलटफेर सामने आ ही गया। चर्चाओं को विराम देते हुए पूर्व विधायक इं. रमेशचंद्र दूबे (Rameshchandra Dubey) सपा कार्यालय से होते हुए बुधवार की दोपहर कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। इसके साथ जहां, जिले के चारों सीटों पर सपा की तरफ से उम्मीदवारी सामने आ गई। वहीं रमेश दूबे के समर्थकों से अद (के) के कार्यकर्ताओं की दूरी चर्चा का विषय बनी रही। हालांकि अद के की तरफ से अभी नामांकन दाखिल नहीं किया गया है। इसके लिए बृहस्पतिवार तक का वक्त है। इसको देखते अद (के) की जिला इकाई की तरफ से राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराया गया है और वहां से इसको लेकर निर्देश मिलने का इंतजार किया जा रहा है।
घोरावल सीट पर उलझे समीकरण
घोरावल सीट पर सपा और उसके सहयोगी अद (के) के बीच एक पखवाड़े से भी ज्यादा समय से सियासी समीकरण उलझे हुए हैं। अद (के) की तरफ से जहां पहले लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर गठबंधन कोटे से घोरावल सीट पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की गई। वहीं पिछले सप्ताह युवा मंच के सुरजीत सिंह पटेल (Surjit Singh Patel) को उम्मीदवार भी घोषित कर दिया गया। सुरजीत, उनकी पार्टी के लोग और उनके समर्थकों ने चुनावी प्रचार भी शुरू कर दिया। दो दिन पूर्व पर्चे की भी खरीद ली गई लेकिन सपा नेतृत्व की तरफ से इस मसले पर साधी गई चुप्पी उम्मीदवारी को लेकर सस्पेंस बनाए रही।
तीन दिन पूर्व समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की वेबसाइट पर भी घोरावल उम्मीदवार के रूप में रमेशचंद्र दूबे का नाम दिखने लगा। बावजूद सपा के लोग इस पर टिप्पणी करने से बचते रहे। इसको देखते हुए बुधवार की सुबह से ही लोगों की निगाहें सपा जिला कार्यालय पर जम गई। अन्य तीन उम्मीदवारों के साथ जैसे ही रमेशचंद्र दूबे जिला कार्यालय से नामांकन के लिए निकले, वैसे ही तस्वीर साफ हो गई। दोपहर में कलेक्ट्रेट पहुंचकर सपा से उम्मीदवारी की चर्चाओं पर मुहर भी लगा दी। उधर, इस बात की जानकारी जैसे ही अद के कार्यकर्ताओं को मिली, उन्होंने किनारा कर लिया। अब सुरजीत सिंह पटेल पर्चा दाखिल करेंगे या नहीं, करेंगे तो किस रूप में करेंगे? इसको लेकर सस्पेंस बनने लगा है। सेलफोन पर हुई वार्ता में अद (के) के जिलाध्यक्ष सीडी सिंह पटेल ने कहा कि वह स्वयं इसको लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। यह सीट गठबंधन कोटे में दी गई थी। आखिरी समय तक सपा की तरफ से भी इस पर सस्पेंस बनाए रखा गया। अब चूंकि रमेशचंद्र दूबे ने सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर दिया है। इसलिए सुरजीत का नामांकन रोक दिया गया है। राष्ट्रीय नेतृत्व को यहां की स्थिति और कार्यकर्ताओं की मनोदशा से अवगत कराया गया है। वहां से जो निर्देश मिलेगा, उसके अनुरूप कदम आगे बढ़ाया जाएगा।
सहयोगी दल के समर्थकों से मिल सकती है चुनौती
घोरावल सीट पर सपा का उम्मीदवार होगा या उसके सहयोगी दल का, इसको लेकर कई दिनों तक बने सस्पेंस ने सपा और अद के बेस वोटरों के बीच भी एक दूसरे के समर्थन को लेकर सस्पेंस की स्थिति बना दी है। कहा जा रहा है कि घोरावल विधानसभा के चुनाव में विपक्षी दलों के साथ ही, गठबंधन दल के समर्थकों की तरफ से भी सपा को चुनौती मिलती दिखाई दे सकती है।