यूपी: दिल दहला देने वाली घटना, गैंगरेप में नाकाम 4 सगे भाइयों ने किशोरी को जिंदा जलाया

Update: 2018-11-24 08:22 GMT

सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के सख्ती के बावजूद अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सुल्तानपुर जिले से एक दिल दहना देने वाला मामले सामने आया है। यहां रेप करने में नाकाम रहने पर एक युवती को चार सगे भाइयों ने जिंदा जला दिया।

यह भी पढ़ें.....युवती की रेप के बाद लोहे के तार से गला घोंटकर हत्या करने की आशंका

लम्भुआ का है मामला

यह दिल दहला देने वाली घटना सुल्तानपुर जिले के लम्भुआ कोतवाली क्षेत्र की है। लम्भुआ क्षेत्र के समरी राजापुर गांव निवासी कमलेश कुमार के परिवार के सदस्य धान की पिटाई के लिए घर से बाहर गए थे। घर में सिर्फ उनकी नाबालिग 16 वर्षीय बेटी घर पर अकेली थी। तभी मौके का फायदा उठाकर चार सगे भाई घर में घुस आए और किशोरी के साथ रेप करने की कोशिश की। किशोरी के विरोध करने पर दरिंदों ने उसको बुरी तरह पीटा। इसके बाद आरोपी युवती को जिंदा जलाकर भाग निकले।

यह भी पढ़ें.....बदहवास हालत में खेत में मिली छात्रा की मौत, परिजनों का आरोप गैंगरेप के बाद हत्या

किशोरी की चीख सुनकर पहुंचे परिजन

नाबालिग की चीख सुनकर परिजन जब तक वहां पहुंचे तब तक वह 90 प्रतिशत जल चुकी थी। युवती को आनन-फानन में लेकर परिजन लम्भुआ सीएचसी पहुंचे। सीएसची पहुंचने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने युवती का बयान लिया। किशोरी ने अपने बयान में गांव के ही रंजीत, छोटे, संजय और विजय नाम के युवकों पर रेप की कोशिश करने और जलाने का आरोप लगाया।

यह भी पढ़ें.....सुल्तानपुर: लव जिहाद का शिकार बनी युवती, अयोध्या दर्शन से लौटते समय अगवा कर आरोपितों नें किया रेप

किशोरी की मौत के बाद मां बेहोश

किशोरी की नाजुक हालत को देखते हुए डाॅक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद किशोरी ने 4 बजे तड़के सुबह दम तोड़ दिया। बेटी की मौत के सदमा लगने से मां बेहोश हो गई। कोतवाली प्रभारी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है।

नहीं पहुंची 108 एंबुलेंस

सबसे शर्मनाक बात यह है कि मौत से जूझ रही किशोरी को सीएचसी के डाॅक्टरों द्वारा जिला अस्पताल रेफर करने के बाद परिजनों ने 108 एंबुलेंस पर काॅल किया, लेकिन पीड़ित तड़पती रही एंबुलेंस नहीं आई। जब एंबुलेंस नहीं आई, तो परिजनों ने पीड़ित को आॅटो से निजी अस्पताल लेकर गए।

Tags:    

Similar News