किसान ट्रैक्टर रैली: ट्रैक्टर परेड के लिए DL अनिवार्य, 26 जनवरी के लिए तैयारियां शुरू

किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जवाहर चौक से राजभवन के लिए मार्च निकाला। लेकिन रास्ते में ही उसे पुलिस ने रोक लिया। तनातनी इतनी बढ़ गई कि पुलिस को भीड़ पर नियंत्रण के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं को तितर बितर करने के लिए उनपर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया।

Update:2021-01-23 11:45 IST

लखनऊ: किसानों का प्रदर्शन लगभग दो महीने से जारी है। वहीं शनिवार दोपहर भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच भिड़ंत भी देखने को मिली। किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जवाहर चौक से राजभवन के लिए मार्च निकाला। लेकिन रास्ते में ही उसे पुलिस ने रोक लिया। तनातनी इतनी बढ़ गई कि पुलिस को भीड़ पर नियंत्रण के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं को तितर बितर करने के लिए उनपर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया।

ट्रैक्टर परेड के लिए DL अनिवार्य

सरकार और किसानों के बीच कृषि कानूनों को लेकर आमराय भले न बन पाई हो लेकिन 26 जनवरी के मद्देनजर दोनों ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है। गाजीपुर बॉर्डर के किसानों ने इसका खाका भी खींच लिया है।

सिक्योरिटी इंचार्ज और प्रवक्ता जितेंद्र सिंह जीतू ने बताया की ट्रैक्टर परेड में शामिल होने वाले चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है, वहीं वॉट्सएप पर सॉफ्ट कॉपी भी होनी चाहिए। सिर्फ रजिस्टर्ड ट्रैक्टर्स को ही परेड में शामिल होने की इजाजत होगी।

उत्तराखंड में भी किसानों का उग्र प्रदर्शन

केंद्र सरकार से वार्ता विफल होने के बाद किसान आन्दोलन और भी उग्र हो गया है। आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में किसानों ने राजभवन कूच का निर्णय लिया, लेकिन पुलिस ने उनको रास्ते मे ही रोक दिया। पुलिस ने किसानों को राजधानी में दाखिल नहीं होने दिया। हालांकि इस बीच पुलिस और किसानों में जमकर संघर्ष हुआ।

दिल्ली जा रहे किसानों को पुलिस ने रोका

तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में धरना देने जा रहे बागपत के किसानों को पुलिस ने बीच मे ही रोक लिया। क्रांतिकारी बासौद गांव से दर्जनों ट्रेक्टर-ट्रॉली से जा रहे किसानों को सिंघावली अहीर पुलिस ने रोक लिया। जिससे नाराज किसानों ने हंगामा कर जाम लगाने का भी प्रयास किया।

किसान सिंघावली अहीर इलाके में ही सड़क किनारे धरना देकर बैठ गए और अपनी आवाज बुलंद की। किसानों ने चेतावनी दे दी है कि वो पीछे नहीं हटेंगे और 26 जनवरी की परेड में शामिल होंगे। बता दें कि बागपत के कई गांवों से सैकड़ो ट्रेक्टर ट्रॉली दिल्ली के लिए रवाना होंगी और सभी की एक मांग है कि तीनों कृषि कानून वापिस होने चाहिए ।

रिपोर्ट-पारस जैन, बागपत

किसानों का डेलीगेशन कुछ देर में राजभवन पहुंचेगा

लखनऊ: कृषि बिल को लेकर किसानों का आंदोलन तेज हो गया है। जिसको देखते हुए राजभवन के पास बड़ी संख्या में फोर्स तैनात किया गया है। राजभवन के गेट को चारो तरफ से पुलिस ने छावनी में तब्दील किया गया है। बताया जा रहा है कि किसानों का डेलीगेशन कुछ देर में राजभवन पहुंचेगा और राज्यपाल से मिलकर डेलीगेशन सौंपेगा। सुरक्षा की दृष्टिगत राजभवन के गेट पर पुलिस ने की घेराबंदी किया है।

(रिपोर्ट-आर के पाल)

भोपाल में किसानों पर चली लाठियां

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को किसानों के समर्थन में प्रोटेस्ट मार्च निकाला। रास्ते में पुलिस से भिडंत हो गयी, जिसमें पुलिस को किसानों को रोकने के किसानों को लाठी चार्ज करना पड़ा। वो राजभवन की तरफ जा रहे थे। लेकिन रास्ते में पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई। जिसके बाद कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

पुलिस ने वाटर कैनन का भी प्रयोग करना पड़ा। ये सभी कार्यकर्ता जवाहर चौक से राजभवन के लिए पैदल मार्च पर निकले थे। जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को यह कार्रवाई करनी पड़ी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के अलावा जयवर्धन सिंह और कुणाल चौधरी को हिरासत में लिया गया है।

यूपी के पीलीभीत के पूरनपुर तहसील से कई जत्थों में ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर सैकड़ों किसान रवाना हुए

कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहे आंदोलन में 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर रैली में शामिल होने को लेकर यूपी के पीलीभीत के पूरनपुर तहसील से कई जत्थों में ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर सैकड़ों किसान रवाना हुए है।हालाकि पुलिस, पीएसी के साथ पहुंचे अफसरों ने बातचीत कर किसानों को मनाने का प्रयास भी किया, लेकिन किसान नहीं माने।किसानों का कहना है कि अधिक सख्या में पहुचकर हमे एकजुटता का परिचय देना है।हालाकि सुरक्षा इंतजाम के बीच किसानों को आगे रवाना कर दिया गया।

इसकी अगुवाई सिख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जसवीर सिंह विर्क ने की है।एक साथ 300 से अधिक किसानों के निकलने पर असम हाईवे पर जाम लग गया जिससे पुलिस ने खुलवाया।हालाकि किसानों के भारी संख्या में रैली में शामिल होने को जाने की भनक पर असम हाईवे पर पुलिस,पीएसी पहले ही तैनात हो गयी थी।साथ ही एसपी जयप्रकाश ने क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद पूरनपुर कोतवाली में कैंप भी किया।

ट्रैक्टरों पर सवार होकर दिल्ली जाने को कई गांव के किसान तहसील क्षेत्र के अलग अलग जगहों पर एकत्र हुए और खुटार क्षेत्र से आने वाले किसानों के इंतजार कर रहे थे।इस बीच किसानों का नेतृत्व कर रहे कुछ नेताओं के साथ पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने वैठककर उन पर दबाब बनाने का प्रयास भी किया। मगर बाद में रुकने से मना कर जाने की चेतावनी दी गई।

सिख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जसवीर सिंह विर्क खुटार होते हुए असम हाईवे पर कई जगह रुके। किसानों से मिले और अपने साथ लेकर क्षेत्र से दिल्ली को ओर रवाना हो गए।हालाकि पहले से ही सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ,पीएसी और पुलिस बल के साथ मौजूद थे। मगर किसानों को रोका नहीं गया और उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से आगे निकाल दिया गया।

भाकियू का राजभवन मार्च: आज 300 टैक्टरों से पहुंचेगे किसान

मोदी सरकार के कृषि कानूनों को लेकर एक तरफ किसानों ने दिल्ली की सीमाओं को घेर रखा है, तो वहीं आज लखनऊ में भारतीय किसान यूनियन बड़ा मार्च निकालने की तैयारी में है। 300 ट्रैक्टरों के साथ किसान आज दोपहर तक राजभवन पहुँच जाएंगे। भारतीय किसान यूनियन तीन कृषि बिलों की वापसी, एमएसपी को कानूनी गारंटी देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर राजभवन का घेराव करेगी।

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लखनऊ के कासिमपुर बिरहुवा गाँव पहुच चुके किसान

भाकियू के मार्च को रोकने के लिए लखनऊ प्रशासन ने कई जगह बैरिकेडिंग की है। हालंकि इन सब के बावजूद बीती रात किसानों के करीब तीन सौ ट्रैक्टर सुल्तानपुर रोड पर कासिमपुर बिरहुआ गांव पहुंच गए हैं। यहीं से भाकियू कार्यकर्ता आज दोपहर को राजभवन के घेराव के लिए चलेंगे।

किसानों को रोकने में नाकाम रही पुलिस

भाकियू के मंडल अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने एलान किया है कि यूपी के सभी जिलों में किसान 23 जनवरी यानी आज लखनऊ में राजभवन का घेराव करेंगे और 26 जनवरी को राजधानी दिल्ली व जिलों में ट्रैक्टर परेड करेंगे। इस बाबत पुलिस और प्रशासन ने उन्हें लखनऊ आने से रोकने की कोशिश की। किसानों को नोटिस दिए गए लेकिन इन सब के बावजूद किसान रुकने वाले नहीं और सुल्तानपुर रोड तक पहुँच चुके हैं।

लखनऊ में किसान मार्च के चलते रूट डायवर्डन

वहीं भारतीय किसान से यूनियन के मार्च के चलते ज़िले की सीमा पर पुलिस मुस्तैद है। राजधानी लखनऊ में कई जगह डायवर्जन किया गया है। इसके तहत अहिमामऊ शहीद पथ मोड़ से सामान्य यातायात एचसीएल चौराहे की ओर नहीं जा सकेगा।

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सीतापुर रोड से बड़े व भारी वाहन इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे, अयोध्या रोड की तरफ नहीं जा सकेंगे।

सीतापुर रोड से भिठौली तिराहे से टेढ़ी पुलिया चौराहा, पॉलिटेक्निक चौराहा नहीं जा सकेंगे।

बंदरियाबाग़ चौराहे से राजभवन, हज़रतगंज चौराहा, GPO और विधानसभा की ओर नहीं जा सकेंगे।

केकेसी तिराहे से चारबाग़, हुसैनगंज और विधानसभा की ओर डायवर्जन रहेगा।

हालांकि बदली व्यवस्था से एंबुलेंस ,फ़ायर सर्विस और शव वाहन को छूट दी गई है।

छूट के लिए यातायात कंट्रोल रूम के नंबर 0522-2481001, 7311190195, 9454405155 पर सूचना देनी होगी।

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