UP सरकार की हृदय रोगियों को सौगात, एडवांस एम्बुलेंस से उन्हें पहुंचाया जाएगा हॉस्पिटल
लखनऊः यूपी सरकार हृदय रोगियों के लिए सौगात लेकर आई है। अब उन्हें इमरजेंसी में एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाया जा सकेगा। सरकार ने सूबे में 108 और 102 नंबर की एम्बुलेंस की सफलता से उत्साहित होकर यह कदम उठाया है। इसके तहत प्रदेश भर में कुल 150 एम्बुलेंस दौड़ेंगी। हर जिले को दो एम्बुलेंस दिए जाएंगे। यह एम्बुलेंस सभी तरह के आधुनिक जीवन रक्षक उपकरणों से लैस होगी।
एडवांस सिस्टम से लैस होगी एम्बुलेंस
-इस एम्बुलेंस के जरिए प्री ट्रामा लाइफ सपोर्ट मिल सकेगा।
-इसके अलावा इसमें पीडियाट्रिक एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम भी होगा।
-एडवांस मेडिकेशन एडमिनिस्ट्रेशन के साथ एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट सिस्टम से भी लैस।
-ईसीजी मशीन के साथ कार्डियक मानीटरिंग की भी मशीने होंगी।
-अब तक दिल का दौरा या हार्ट अटैक पड़ने पर लोग 108 नम्बर पर काल करते थे।
-एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम न होने के कारण हृदय रोगियों के लिए रिस्क बना रहता था।
-इसको देखते हुए अब यूपी सरकार एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस एम्बुलेंस लेकर आई है।
आगे की स्लाइड में पढ़ें इमरजेंसी में कौन सी एम्बुलेंस आती है काम....
अभी तक इमरजेंसी में 108 नम्बर की एम्बुलेंस ही आती है काम
-108 समाजवादी एंबुलेंस सेवा सूबे में 14 सितंबर 2012 को शुरू हुई थी।
-यह चिकित्सा, पुलिस और आग से संबंधित आपात कालीन स्थितियों के लिए है।
-दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक पड़ने पर अथवा तेज पेट दर्द, सांस में तकलीफ होने पर
-किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर, जानवरों के काटने, अचानक बेहोश होने पर
-जब कोई अपराध हो रहा हो या आग लग गई हो, उस समय इसका उपयोग किया जाता है।
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102 नम्बर की एम्बुलेंस आती है इस काम
-इसी तरह 102 एम्बुलेंस सेवा की शुरूआत 17 जनवरी 2014 को हुई।
-इससे गर्भवती महिला को घर से हॉस्पिटल तक लाने और वापस छोड़ने की व्यवस्था है।
-गर्भवती महिला व शिशु को एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल तक छोड़ने के लिए
-एक साल तक के बच्चों को किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर घर से हॉस्पिटल ले जाने और वापस हॉस्पिटल से घर छोड़ने के लिए।
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