मीरा कुमार ने कहा- यूपी से है पुराना नाता, SP-BSP से मिला समर्थन
जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव निकट आता जा रहा है, उम्मीदवार अपने समर्थन में तीव्र गति जुट गए है। एनडीए से कानपुर देहात निवासी बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद के मुकाबले यूपीए की मीरा कुमार हैं। जिसके मद्देनजर मीरा कुमार शुक्रवार (14जून) को समर्थन जुटाने लखनऊ पहुंची।
लखनऊ: जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव निकट आता जा रहा है, उम्मीदवार भी अपने समर्थन में तीव्र गति से जुट गए है। राष्ट्रपति उम्मीदवार की दावेदारी के लिए केंद्र सरकार की तरफ से रामनाथ कोविंद और यूपीए की ओर से पूर्व लोक सभा स्पीकर मीरा कुमार ने अपना नामांकन दाखिल किया है।
बता दें, राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को होना है। ऐसे में राष्ट्रपति पद की दावेदार मीरा कुमार शुक्रवार (14 जून) को समर्थन जुटाने लखनऊ पहुंची। जहां वह बसपा मुखिया मायावती और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मिली। फिर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात की।
आगे की स्लाइड्स में जानें मीरा कुमार ने क्या कहा प्रेस कॉन्फ्रेंस में...
प्रेस कॉन्फ्रेंस को किया संबोधन
फिर मीरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि देश और यूपी सरकार की निति विचार के विरोध में 17 दलों ने एक विचार के साथ मुझे देश के सर्वोच पद के चुनाव के लिये उम्मीदवार घोषित किया है। इसमें मीरा कुमार और राज बब्बर के साथ शकील अहमद, प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया भी मौजूद थे।
राज बब्बर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, देश में विचारो की लड़ाई हो रही है। मीरा कुमार गठबंधन की प्रत्याशी हैं और समाज को एक साथ लेकर चलना चाहती है।
पार्टी ने जताया भरोसा
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीरा ने कहा कि 'मेरा यूपी से पुराना नाता है। कानपुर शहर में मेरा ननिहाल है। राष्ट्रपति चुनाव हो रहा है और उसी मकसद से लखनऊ आई हूं। साल 1985 में बिजनौर से पहला चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा, देश के प्रमुख विपक्षी दलों ने कांग्रेस के साथ मिल कर मुझे प्रत्याशी बनाया है। मुझ पर पार्टी ने विश्वास जताया है।'
आगे की स्लाइड्स में पढ़ें पूरी खबर...
सभी धर्मों का करें सम्मान
मीरा का कहना है कि सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। समाज को एक सूत्र में पिरोए रखना जरूरी है। अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक आपस मे मिल-जुलकर साथ मे रहते हैं। जाति व्यवस्था को समाप्त कर बराबरी का दर्जा सबको मिला है। कई सालों से समाज को धर्म-जाति के नाम पर कमजोर किया जा रहा है और लोगों को भड़काया जा रहा है।
एसपी-बीएसपी ने दिया समर्थन
कुमार ने कहा, बीएसपी, एसपी, 'आरएलडी और कांग्रेस के विधायक और सांसद राष्ट्रपति चुनाव में मुझे समर्थन दे रहे हैं।हम मायावती और अखिलेश यादव से मिले हैं सब का समर्थन मिला है। हमारे देश की समस्या और दुर्भाग्य है कि देश के सर्वोच्च पद का चुनाव हो रहा है, लेकिन दोनों प्रत्याशियों की पहचान जाति के आधार पर की जा रही है।'