UPPSC PCS Toppers 2021: किसी ने छोड़ी बड़ी नौकरी, तो किसी ने बगैर कोचिंग के क्रैक किया इम्तिहान, टॉपर्स की अनकही दास्तान

UPPSC PCS Toppers 2021 List: परीक्षा में पास हुए उम्मीदवारों के घर पर जश्न का माहौल है। बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2022-10-20 13:19 IST

UPPSC PCS Toppers 2021 (फोटो: सोशल मीडिया )

UPPSC PCS Toppers 2021 List: यूपी पब्लिक सर्विस कमिशन ने यूपी पीसीएस 2021 का रिजल्ट जारी कर दिया है। इसमें कुल 627 उम्मीदवारों का चयन हुआ है। परीक्षा में पास हुए उम्मीदवारों के घर पर जश्न का माहौल है। बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है। अखबारों और खबरिया पोर्टलों पर उनकी सफलता के बारे में काफी कुछ लिखा जा रहा है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में प्रतापगढ़ के अतुल कुमार सिंह ने पहला स्थान, उन्नाव की सौम्या मिश्रा ने दूसरा स्थान और प्रतापगढ़ के ही अमनदीप ने थर्ड रैंक हासिल किया है। तो आइए एक नजर UPPSC PCS 2021 के कुछ Toppers की इस जर्नी पर एक नजर डालते हैं।

अतुल कुमार सिंह

प्रतापगढ़ जिले के गोसाईंपुर राजगढ़ जिले के रहने वाले अतुल कुमार सिंह ने यूपी पीसीएस परीक्षा 2021 में प्रथम स्थान हासिल कर जिले का नाम रौशन किया है। अतुल के पिता रिटायर्ड बीडीओ ओमप्रकाश सिंह भी एक पीसीएस अफसर के तौर पर काम कर चुके हैं। अतुल दो भाई – एक बहन में सबसे छोटे हैं। अतुल ने अपनी स्कूलिंग इलाहाबाद से की है। इसके बाद उन्होंने आईआईटी खड़गपुर में पढ़ाई की। भारत सरकार ने उन्हें अमेरिका में रिसर्च के लिए भेजा था। रिसर्च पूरी करने के बाद बेंगलुरू की कुछ कंपनी में उन्होंने कुछ समय के लिए काम किया।

अतुल कुमार सिंह /(फोटो: सोशल मीडिया ) 

फिर आईएएस की तैयारी में जुट गए। दो बार कोशिश की मगर सफलता हाथ नहीं लगी। उम्र बढ़ने के कारण पीसीएस परीक्षा की ओर रूख किया और साल 2019 में उनका चयन बीडीओ के पद पर हुआ। अगले साल फिर परीक्षा दी। दूसरे अटेम्पट में उनका चयन वन सहायक अधिकारी पद पर हुआ। कर्नाटक में ट्रेनिंग करते हुए तीसरी बार परीक्षा दी और इस बार उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ। 35 वर्षीय अतुल शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे हैं।

सौम्या मिश्रा (फोटो: सोशल मीडिया )

सौम्या मिश्रा

उन्नाव जिले के असोहा की रहने वाली सौम्या मिश्रा ने दूसरे प्रयास में 25 वर्ष की उम्र में पीसीएस परीक्षा को क्रैक किया है। उनके इस सफलता से परिवारवाले गदगद हैं। गांव में जश्न का माहौल है। सौम्या के पिता राघवेंद्र मिश्रा दिल्ली में शिक्षक हैं और मां एक गृहिणी हैं। पिताजी की नौकरी के कारण सौम्या की पढ़ाई – लिखाई दिल्ली में ही हुई। सौम्या ने अपनी स्कूलिंग राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय से की है। उन्हें 12वीं में 95 प्रतिशत नंबर आए थे। उन्होंने स्नातक दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से भूगोल विषय में किया। जबकि मास्टर्स दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से किया है। सौम्या का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है।

अमनदीप (फोटो: सोशल मीडिया )

अमनदीप

यूपी पीसीएस परीक्षा 2021 में थर्ड रैंक लाने वाले अमनदीप की कहानी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल हाईकोर्ट में पीसीएस 2021 की प्रारंभिक परीक्षा की सुनवाई के कारण पीसीएस का फाइनल रिजल्ट घोषित नहीं हो पाया था। परिणाम का इंतजार चल ही रहा था कि इसी बीच अमनदीप का चयन आईपीएस के लिए हो गया। मूलतः बिहार के रहने वाले अमनदीप फिलहाल मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में ट्रेनिंग ले रहे हैं। अमनदीप ने यूपीएससी और पीसीएस परीक्षा की तैयारी लखनऊ में प्रतापगढ़ के अपने एक मित्र के साथ की थी।

निशांत उपाध्याय (फोटो: सोशल मीडिया )

निशांत उपाध्याय

कठिन लड़ाई में जीत हासिल करने के लिए संयम की काफी जरूरत होती है। यूपी पीसीएस परीक्षा 2021 में चौथा रैंक हासिल करने वाले जौनपुर के निशांत उपाध्याय इसकी मिसाल हैं। निशांत ने एक नहीं दो नहीं बल्कि 6ठे प्रयास में ये सफलता पाई है। वो इससे पहले तीन बार आईएएस मेंस की परीक्षा भी दे चुके हैं। निशांत ने अपनी असफलताओं को कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया और लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में लगे रहे। अंततः उन्होंने इसे हासिल कर ही लिया।

निशांत एक सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके पिता डॉक्टर प्रदीप उपाध्याय आंख के डॉक्टर और मां शशिकाल हाउसवाइफ हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई जौनपुर से की है। इंटर की परीक्षा में उनका दूसरा स्थान था। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग एनआईटी दुर्गापुर से की। इंजीनियरिंग खत्म होने के बाद उन्होंने दिल्ली में सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।

चंद्रकांत बगौरिया (फोटो: सोशल मीडिया )

चंद्रकांत बगौरिया

उत्तराखंड के रहने वाले चंद्रकांत बगोरिया ने अपने पहले ही प्रयास में यूपी पीसीएस परीक्षा 2021 को क्रैक कर लिया। उन्होंने परीक्षा में 5वीं रैंक हासिल की। उधमसिंह नगर जिले के रहने वाले चंद्रकांत शुरू से ही सिविल सेवा में जाना चाहते थे। वो यूपीएससी की परीक्षा में तीन बार इंटरव्यू तक का सफर तय कर चुके हैं। इसके बाद उन्होंने यूपी पीसीएस परीक्षा की ओर ध्यान लगाया और पहले ही अटेम्पट में क्लियर कर लिया। चंद्रकात के छोटे भाई मनोज हाल ही में उत्तराखंड में बीडीओ बने हैं। उनकी बहन ममता ने भी एमटेक किया है। चंद्रकात के पिता राजेंद्र बगौरिया अल्मोड़ा के राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षक में हैं और मां भुवनेश्वरी हाउसवाइफ हैं।

भाई-बहन ने साथ क्रैक किया एग्जाम

ऐसे उदाहरण विरले ही मिलते हैं जब परिवार में भाई – बहन एक साथ कोई किसी प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता अर्जित करते हैं। प्रयागराज के मेजा तहसील निवासी सगे भाई-बहन ने एक साथ यूपी पीसीएस परीक्षा 2021 में सफलता का परचम लहराया है। बड़े भाई विवेक कुमार सिंह ने टॉप टेन में जहत बनाते हुए 8वीं रैंक (ओबीसी) हासिल की है। जबकि बहन संध्या सिंह ने 12वीं रैंक प्राप्त की। भाई ने दूसरे और बहन ने पहले अटेम्पट में ही परीक्षा पास कर ली।

प्रयागराज के मेजा तहसील के तेंदुआ गांव निवासी कृष्ण कुमार सिंह और प्रतिमा सिंह के घर पर बधाई देने वालों का जमावड़ा लगा हुआ है। सबसे खास बात ये है कि कोचिंग के चलन के इस दौर में उनके दोनों बच्चों सेल्फ स्टडी के जरिए इस कठिन परीक्षा को पास किया है। विवेक सिंह गाजियाबाद के आरकेजीआइटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक कर चुके हैं। जबकि उनकी बहन संध्या ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 2020 में बीए किया। विवेक साल 2020 में पहले प्रयास में मात्र 10 नंबर से पीछे रह गए थे। वे बताते हैं कि हम दोनों ने कोचिंग न लेने का फैसला लिया और सेल्फ स्टडी पर फोकस किया। हम दोनों मिलकर पढ़ते और एक दूसरे को पढ़ाते।

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