लखनऊ: गोरखपुर में एम्स खोले जाने को लेकर अब राजनीति तेज हो गई है। एम्स के लिए बीजेपी और सपा में क्रेडिट की होड़ लगी है। गौरतलब है कि शुक्रवार को पीएम मोदी ने गोरखपुर में एम्स का शिलान्यास किया था। इसके बाद सीएम अखिलेश यादव ने भी एम्स खोले जाने को लेकर दावेदारी पेश।हालांकि सीएम अखिलेश ने कहा है कि यह जनता को तय करना है।
सपा ने शुरू की क्रेडिट की होड़
जानकारों की मानें तो पीएम मोदी ने एम्स का शिलान्यास कर मुद्दे की होड़ तो जीत लिया। गोरखपुरवासी केंद्र के इस तोहफे से खासे खुश हैं। वहीं समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को बीजेपी के खाते में नहीं जाने देना चाहती। इसलिए अखिलेश यादव ने अपनी दावेदारी जताने में थोड़ी भी देर नहीं की।
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सपा सरकार ने दी मुफ्त जमीन
अखिलेश ने कहा, 'हमारी सरकार ने एम्स के लिए मुफ्त में जमीन मुहैया कराई है। सभी जानते हैं कि गोरखपुर में जमीन कितनी महंगी है और यह मिलना कितना मुश्किल है। ऐसे में जनता तय करे कि एम्स लाने में किसका योगदान है।'
पीएम ने एम्स का क्रेडिट आदित्नाथ को दिया
शुक्रवार को पीएम मोदी ने एम्स के शिलान्यास के दौरान इसका पूरा क्रेडिट गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ को दिया। उन्होंने लोगों से कहा, 'आपने जो सांसद भेजे हैं वो आपके हक के लिए हमसे भी लोहा लेते रहते हैं।'
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दावे की होड़ से पता चलता है एम्स का महत्व
पूर्वांचल में एम्स कितना बड़ा मुद्दा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गोरखपुर में एम्स के क्रेडिट के लिए अखिलेश को भी मैदान में कूदना पड़ा है। एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी गोरखपुर में एम्स की अधारशिला रख रहे थे, उसी दौरान अखिलेश मीडिया के सामने क्रेडिट की अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे।
जनता का फायदा
उल्लेखनीय है कि क्रेडिट की इस लड़ाई से जनता को कोई मतलब नहीं। उसे तो बस एम्स चाहिए था, जो मिला। पूर्वी यूपी और बिहार के कुछ जिलों के लोगों की इस एम्स को लेकर मांग सालों से थी। वह पूरी भी हुई। ये जरूर है कि चुनावी साल में तमाम दल इसे लाने की अपनी कोशिशों का ढिंढोरा पीटने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। लेकिन जो हो फिलहाल बीजेपी ने इस मामले में जरूर बाजी मार ली।