Up News: एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने से पहले सड़क किनारे वालों से न डलाएं हवा, हिंदू महासभा ने बताई सनसनीखेज वजह

Lucknow News: हिंदू महासभा का कहना है कि साजिश के तहत एक्सप्रेस-वे के पहले समुदाय विशेष के लोगों ने हवा-पंचर की दुकानें खोल ली हैं।

Update: 2023-07-11 09:38 GMT
एक्सप्रेसवेज पर हाल ही में हुए हादसों के अलावा हिंदू महासभा प्रवक्ता की प्रतीकात्मक फोटो (Pic Credit: Newstrack Production)

Lucknow News: यूपी व देश के तमाम एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार व आएदिन हो रहीं सड़क दुघर्टनाएं बड़ी समस्या बन गई हैं। तेज रफ्तार में हुए कई हादसों में पूरे के पूरे परिवार खत्म हो गए। इससे एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा और ट्रैफिक निगरानी की व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े हो रहे हैं। उधर, अखिल भारत हिंदू महासभा ने इन हादसों के पीछे अलग ही वजह बताई है।

'साजिश के तहत टायरों में भरी जा रही ज्यादा हवा'

(हिंदू महासभा की तरफ से जारी पत्र। Source: Newstrack Media)

अखिल भारत हिंदू महासभा के मुताबिक एक्सप्रेस-वे पर हो रही एक्सीडेंट की घटनाओं के पीछे बहुत बड़ी साजिश हो सकती है। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि 'जब लोग एक वर्ग विशेष के पंचर बनाने वालों से एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने से पहले हवा भरवाते हैं, तो वहां पर जानबूझकर टायर में हवा का प्रेशर बढ़ा दिया जाता है। ऐसे में 100-120 स्पीड पहुंचते ही टायर के फटने की संभावना बनी रहती है। कई दुर्घटनाओं के बाद सामने आया कि चलती कार का टायर फट गया था। अनियंत्रित होकर गाड़ी पलट या दूसरे वाहन से भिड़ गई और लोग मारे गए।

'पंचर जेहाद' की जांच कराने की मांग

शिशिर चतुर्वेदी ने 'न्यूजट्रैक' से बातचीत में कहा कि इस बारिश के मौसम में भी आएदिन एक्सप्रेस-वे पर टायर फटने की घटनाएं कैसे हो सकती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हवा भरने वाली मशीनों को समुदाय विशेष के पंचर वालों ने 'टेंपर्ड' कर रखा है। यानी, कस्टमर खुद खड़ा होकर देखता भी है कि तो उसे 35-40 ही टायर प्रेशर दिखता है। जबकि असलियत में 70-80 के ऊपर टायर प्रेशर कर दिया जाता है। जिससे तेज स्पीड में टायर फटने का खतरा बन जाता है। उन्होंने कहा कि ये वास्तव में लव जेहाद, लैंड जेहाद, यूपीएससी जेहाद की ही तरह 'पंचर जेहाद' है।

सरकार से हस्तक्षेप का आग्रह

अखिल भारत हिंदू महासभा ने एक पत्र के माध्यम से सरकार से मांग की है कि सभी पंचर की दुकानों की मशीनों की जांच होनी चाहिए। सरकारी संस्था से प्रशिक्षित मैकेनिकों को ही इस काम की अनुमति मिलनी चाहिए। जांच एजेंसियां बड़े स्तर पर पंचर की दुकानों की जांच का अभियान चलाएं। आम लोग भी सजग रहें और एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने से पहले सड़क किनारे वालों से वाहन में हवा न डलाएं।

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