UPPCL PF Scam: IAS पर EoW ने कसा शिकंजा, हो रही पूछताछ

उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के डीएचएफएल पीएफ घोटाला मामले में एक नया मोड़ आया है। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा (EoW) की टीम ने गुरुवार को पूछताछ की।

Update: 2019-12-26 07:25 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के डीएचएफएल पीएफ घोटाला मामले में एक नया मोड़ आया है। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा (EoW) की टीम ने गुरुवार को पूछताछ की। EoW एसपी शकीलुज्जमा की अगुवाई वाली टीम ने लखनऊ के गौतमपल्ली स्थित सरकारी आवास पर IAS अलोक कुमार से कई बिंदुओं पर पूछताछ की। पावर कारपोरेशन के तत्कालीन अध्यक्ष आलोक कुमार से PF की रकम को निजी कंपनी में निवेश के निर्णय से लेकर कई अलग-अलग बातों पर उनके बयान दर्ज किए गए।

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पूछा गया ये सवाल

इस समय में आलोक कुमार अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास प्रमुख सचिव के पद पर तैनात हैं। ऐसे बताया जा रहा है कि अलोक कुमार से EoW ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में PF के पैसे निवेश करने सम्बंधित जानकारी मांगी। उनसे पूछा गया कि कैसे उन्हें इस बात की भनक नहीं लगी। इस पर IAS अलोक कुमार ने बताया कि पीएफ में जमा रुपयों के निवेश का फैसला उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। यह ट्रस्ट के अधिकार में है। लेकिन जैसे ही उन्हें पता लगा उन्होंने करीब 1800 करोड़ रुपए DHFL से वापस भी लिए। उन्हीं की वजह से यह घोटाला सामने आया है।

इनसे भी हो चुकी है पूछताछ

इससे पूर्व EoW ने बीते दिनों पावर कारपोरेशन के तत्कालीन अध्यक्ष संजय अग्रवाल से दिल्ली में पूछताछ की गई थी। ऐसा माना जा रहा है कि EoW जल्द तत्कालीन प्रबंध निदेशक अपर्णा यू समेत कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के बयान भी दर्ज कर सकती है।

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खास बात तो ये है कि प्रमुख सचिव ऊर्जा व अध्यक्ष UPPCL आलोक कुमार को सरकार ने कर्मचारियों के विरोध के बाद उनके पद से उन्हें हटा दिया था। असल में, कारपोरेशन के अध्यक्ष होने के नाते आलोक को भी घोटाले के लिए जिम्मेदार मानते हुए बिजलीकर्मियों द्वारा आंदोलन किया जा रहा था।

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