वाराणसी में महिलाओं को मौकाः पहली बार हुआ ऐसा, खिले नलकूप ऑपरेटरों के चेहरे
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा है कि 2022 तक किसानों का आय दोगुना करना है। इसके लिए मृदा परीक्षण हो या किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाना प्रदेश सरकार सुनिश्चित करा रही है।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश करते हुए पहली बार नलकूप ऑपरेटर के पद पर महिलाओं की नियुक्ति की है. जो प्रदेश में एक नई कार्य संस्कृति की शुरुआत मानी जा रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को मिशन रोजगार के तहत उत्तर प्रदेश के 3209 चयनित एवं प्रशिक्षण प्राप्त नवनियुक्त नलकूप ऑपरेटरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नियुक्ति पत्र देते हुए उन्हें उनके प्रतिभा के लिये और उनके अभिभावकों को बधाई दी। पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से अभ्यर्थियों के चयन प्रक्रिया को सुनिश्चित किए जाने पर उन्होंने जनप्रतिनिधियों को
यूपी में बढ़ रही है नलकूप की संख्या
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 23 लाख हेक्टेयर ऐसी खेतिहर भूमि है जहां नलकूप से सिंचाई होता है। जबकि उत्तर प्रदेश में 34000 सरकारी नलकूप है। नलकूप ऑपरेटरो का पद रिक्त होने के कारण 4-5 नलकूपों के संचालन नलकूप ऑपरेटरो पर रही। प्रदेश में 9000 से बढ़कर अब 12000 नलकूप चालकों की संख्या हो गई है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा है कि 2022 तक किसानों का आय दोगुना करना है। इसके लिए मृदा परीक्षण हो या किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाना प्रदेश सरकार सुनिश्चित करा रही है। इससे जब उत्पादन बढ़ेगा तो किसान का आय भी दोगुना होगा।
यह पढ़ें ...औरैया के किसानों का दर्द: कृषि कानून नहीं, अगली फसल की चिंता
जल संरक्षण का दिया सन्देश
उन्होंने नवनियुक्त नलकूप ऑपरेटरों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाना जिम्मेदारी है। साथ ही एक-एक बूंद जल की कीमत को भी समझे। एक-एक बूंद जल का संरक्षण सुनिश्चित करना है। बरसात के पानी का संरक्षण करना होगा। डार्क जोन से बचाना होगा और इसके फैलाव को भी रोकना होगा।
यह पढ़ें ...वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी नहीं, सरकार ने कही ये बात, जानें पूरा मामला
अब सरकारी नियुक्तियों में भेदभाव किसी के साथ नहीं हो रहा है, अन्याय और शोषण भी नहीं होने दिया जा रहा है। 137000 पदों पर नियुक्तियां हो गई है। एक लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति हुई, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ी हैं। 4 लाख सरकारी नौकरी देने की प्रक्रिया 3.5 वर्ष में शीघ्र ही पूरा हो जाएगा। 15 लाख लोगों को प्राइवेट सेक्टर से जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराया गया। डेड़ करोड़ लोगों को स्वतः रोजगार से जोड़ा गया।
रिपोर्टर आशुतोष सिंह