Varanasi News: ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट सौंपने पर 8 सितंबर को होगी सुनवाई, एएसआई ने मांगा और समय
Varanasi News: हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि एएसआई द्वारा सर्वे का समय बढ़ाए जाने की बात चल रही है, यह समय कितना बढ़ाया गया इस संबंध में कोर्ट ही तय करेगी।
Varanasi News: ज्ञानवापी सर्वे के लिए एएसआई ने वाराणसी जिला कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया है जिसमें 8 हफ्ते यानि 56 दिन का समय और मांगा है। एएसआई के इस प्रार्थना पत्र पर 8 सितंबर को सुनवाई होगी। बता दें कि आज वाराणसी की जिला कोर्ट में एएसआई की टीम द्वारा सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में पेश करना था। एएसआई सर्वे का आज 28 वां दिन है। 28 दिनों से ज्ञानवापी परिसर में सर्वे की कार्यवाही लगातार जारी है।
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हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि एएसआई द्वारा सर्वे का समय बढ़ाए जाने की बात चल रही है, यह समय कितना बढ़ाया गया इस संबंध में कोर्ट ही तय करेगी। वहीं सर्वे की कार्यवाही में लगी फोर्स के रुकने का समय बढ़ा दिया गया है। इससे भी अनुमान लगाया जा रहा है कि सर्वे की कार्यवाही अभी और बढ़ सकती है।
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि ज्ञानवापी परिसर में एएसआई के सर्वे की कार्यवाही जारी है। एएसआई की टीम की तरफ से एक प्रार्थना पत्र दिया गया था जिस पर आज की तारीख लगी थी, लेकिन जिला जज के माताजी का देहांत होने के चलते जिला जज छुट्टी पर हैं। साथ ही अभी रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है। एडीजे प्रथम के यहां फाइल प्रस्तुत की गई जहां सुनवाई की अगली तारीख 8 सितंबर दे दी गई है। 8 तारीख को जिला जज एके विश्वेश इस दिन खुद सुनवाई करेंगे।
हाईकोर्ट के आदेश पर 4 अगस्त से शुरू हुआ सर्वे
ज्ञानववापी परिसर में हाईकोर्ट के आदेश पर 4 अगस्त से सर्वे की कार्यवाही शुरू हुई। एएसआई की टीम के द्वारा सील्ड एरिया बजूखाने को छोड़कर ज्ञानवापी के संपूर्ण परिसर का साइंटिफिक विधि से सर्वे किया जा रहा है। एएसआई की टीम द्वारा ज्ञानवापी परिसर के अंदर और बाहर, ब्यास जी के तहखाने, चारों दीवार, गुंबद, छत, फर्श समेत एक-एक कोने का सर्वे किया जा रहा है। एएसआई द्वारा जीपीआर ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार विधि से संपूर्ण परिसर का इग्जेक्ट डेटा कलेक्शन किया गया। ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम ने पुराणों में जिक्र किए गए साक्ष्यों से भी सबूतों का मिलान किया है। सर्वे की सुनवाई के दौरान हिंदू पक्ष कोर्ट में भी पुराणों के साक्ष्य का हवाला दिया था।
अयोध्या में 8 महीने तक चला था सर्वे
ज्ञानवापी और अयोध्या केस के एएसआई सर्वे का अब आपको अंतर बताते हैं। अयोध्या में ओपन एरिया का सर्वे हुआ, वहीं ज्ञानवापी की बात करें तो ज्ञानवापी का एरिया चारों तरफ से पैक है। ज्ञानवापी के अंदर एक तहखाना भी है जिसे ब्यास जी का तहखाना कहा जाता है। एएसआई की टीम हाईकोर्ट के आदेश पर 4 अगस्त से सर्वे की कार्यवाही शुरू की। अयोध्या में 8 महीने तक सर्वे चला तब जाकर कोर्ट ने फैसला सुनाया था। ज्ञानवापी केस में भी अभी सर्वे की कार्यवाही और चल सकती है।