हटाए गए बलरामपुर निदेशक, KGMU में बड़ा फेरबदल, प्रो. विनीत शर्मा बने नए कार्यवाहक VC
कोरोना संकट से निपटने के लिए लखनऊ के बड़े सरकारी अस्पतालों की स्थिति कमजोर होने के बाद बलरामपुर हॉस्पिटल और केजीएमयू में बड़ा फेरबदल हुआ है।
लखनऊ: कोरोना संकट के बीच राजधानी लखनऊ के स्वास्थ्य विभाग में बड़ा फेरबदल हुआ है। राजधानी के बड़े सरकारी अस्पतालों में बड़े डॉक्टरों का ट्रांसफर हो हुआ है। बलरामपुर अस्पताल के निदेशक को हटा दिया गया है। वहीं लखनऊ के किंग जॉर्ज अस्पताल में भी कई प्रोफेसरों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल हुआ है।
दरअसल, कोरोना संकट से निपटने के लिए लखनऊ के बड़े सरकारी अस्पतालों की स्थिति कमजोर पड़ती जा रही थीं। मद्देनजर बुधवार को विशेष सचिव के आदेश पर बलरामपुर हॉस्पिटल के निदेशक रहे डॉ. राजीव लोचन सीएमएस को उनके पद से हटा दिया गया। बता दें कि बीते दस अप्रैल को बलरामपुर निदेशक कोरोना संक्रमित पाए गए थे। वहीं अब उनकी जगह पर डॉ. संतोष पांडेय को बलरामपुर अस्पताल में निदेशक/MS पद का कार्यभार मिला है। डॉ. संतोष पांडेय पर बड़ी जिम्मेदारी होगी, क्योंकि बलरामपुर उन अस्पतालों की सूची में हैं, जहां कोरोना से जंग को लेकर ऑक्सीजन तक नहीं हैं।
केजीएमयू के कई विभागों में बदले गए प्रभारी
इसके अलावा लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में भी कई विभागों में फेरबदल किया गया है। केजीएमयू मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.वीरेंद्र आतम को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। वहीं ट्रामा सर्जरी विभाग के HOD प्रो.संदीप तिवारी को सह प्रभारी केजीएमयू का कार्यभार तत्काल प्रभार से लेने का आदेश दिया गया है। आर्थोपेडिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.विनीत शर्मा को तत्काल प्रभाव से केजीएमयू कार्यवाहक कुलपति नामित किया गया है।
बता दें कि इसके पहले केजीएमयू में लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी VC रहे। हालांकि कोविड संक्रमित होने के बाद उनके स्थान पर उमा सिंह को कार्यवाहक VC बनाया गया। लेकिन कोरोना को लेकर उनकी कार्यशैली गंभीर न होने के बाद प्रोफेसर विनीत शर्मा को कार्यवाहक VC बनाया गया है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना पूरी तरह से पैर पसार चुका है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 33214 नए संक्रमित मामले सामने आए हैं। लखनऊ में करीब 5902 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं 14198 लोग इस संक्रमण से जंग जीत अस्पताल से डिस्चार्ज भी हो गए हैं।