IAS M. Devraj : कौन हैं IAS एम देवराज? जिनके एक्शन से केवल अधिकारी नहीं, व्यापारी भी सहम जाते हैं!
IAS M. Devraj : उत्तर प्रदेश में पान मसाला इंडस्ट्री पर शासन की सख्ती ने व्यापारियों के पसीने छुड़ा दिए हैं। लखनऊ, कानपुर सहित अन्य जिलों में पान मसाला इकाइयों के बाहर 24 घंटे शिफ्टवार ड्यूटी लगाने का आदेश प्रमुख सचिव एम देवराज ने जारी कर दिया है।
IAS M. Devraj : उत्तर प्रदेश में पान मसाला इंडस्ट्री पर शासन की सख्ती ने व्यापारियों के पसीने छुड़ा दिए हैं। लखनऊ, कानपुर सहित अन्य जिलों में पान मसाला इकाइयों के बाहर 24 घंटे शिफ्टवार ड्यूटी लगाने का आदेश प्रमुख सचिव एम देवराज ने जारी कर दिया है।
जी हां, IAS एम देवराज, जिनके एक्शन पर अधिकारी भी रिएक्शन नहीं दे पाते। साधारण व्यक्तित्व, लेकिन भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ सख़्त। उनके कार्यशैली पर नज़र डालें तो आपको एक निडर और सख्त अधिकारी की छवि नज़र आएगी।
टैक्स चोरी रोकने के लिए उनके निर्देश पर अकेले लखनऊ और कानपुर में 54 टीमें केवल पान मसाला फैक्टरियों की निगरानी कर रही हैं। शासन ने पान मसाला इकाइयों से निकलने वाले वाहनों की अनिवार्य ई वे बिल स्कैनिंग के आदेश जारी किए हैं। इसी आदेश के तहत प्रत्येक पान मसाला ब्रांड की फैक्टरी के बाहर 12-12 घंटे के रोस्टर में अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। यही नहीं IAS एम देवराज अपने काम को लेकर इतना सख़्त हैं कि कोई अधिकारी लापरवाही नहीं कर सकता।
इसका उदगार पान मसाला फैक्टरियों के पास ड्यूटी के इस शासनादेश से समझा सकता है जिसमें कहा गया है कि ड्यूटी के दौरान बॉडीवार्न कैमरा पहनना अनिवार्य है वहीं एक मिनट के लिए भी टीम जगह नहीं छोड़ेगी। दूसरी टीम आने के बाद ही पहली टीम हटेगी। चेतावनी दी गई है कि कोई भी वाहन बिना ई वे बिल की स्कैनिंग के पाया गया तो अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही होगी।
कौन हैं IAS एम देवराज?
एम देवराज तमिलनाडु के विरुधुनाग जनपद के रहने वाले हैं। सितंबर 1996 में इनकी IAS के लिए नियुक्ति हुई। वर्तमान में एम देवराज के पास प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार, नियुक्ति एवं कार्मिक तथा राज्य कर विभाग की जिम्मेदारी है।
विवादों से है पुराना नाता
IAS एम देवराज जब ऊर्जा विभाग के अध्यक्ष थे तब मंत्री अरविंद शर्मा के साथ उनके अनबन की खबरें आती रहती थीं। जब उन्हें तकनीकी शिक्षा विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया था तब उनका मंत्री आशीष पटेल के साथ भी तालमेल नहीं बैठ पाया था।
पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष रहते हुए कर्मचारी यूनियन से उनकी भिड़ंत हो गई थी। कहा जाता है कि मंत्री अरविंद शर्मा से उनके विचार नहीं मिलते थे और हमेशा शिकायतें आती रहती थी। यहां था कि कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल से भी उनकी अनबन की खबर आ चुकी है।
वर्तमान में एम देवराज के कार्य की हर तरफ चर्चा है उनके पास नियुक्ति के साथ स्टेट जीएसटी और तकनीकी शिक्षा का भी चार्ज है। पान मसाला फैक्टरियों पर उनका एक्शन इस समय चर्चाओं में है। कहा जा रहा है कि IAS एम देवराज योगी सरकार में सबसे ताकतवर अफसर बनकर उभरे हैं।