महिलाओं दलितों पर हमले को लेकर प्रदर्शन, पुलिस ने किया गिरफ्तार
महिलाओं ने अपने मास्क पर योगी राज ,जंगल राज के स्लोगन लगे स्टिकर लगा रखे थे तथा हाथों में ली गई तख्तियों पर बलात्कारियों के साथ खड़ी सरकार, शर्म करो-शर्म करो, यह हमारा प्रदेश है नहीं तुम्हारा मठ, यहां चलेगा संविधान नहीं तुम्हारी हठ जैसे नारे लिखे थे।
लखनऊ: यूपी में बढ़ते महिलाओं व दलितों पर हमलों के मुद्दों को लेकर कई महिला संगठनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार पर सवाल उठाया और मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। इन संगठनों ने केयूडब्ल्यूजे (केरला यूनियन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट) के पूर्व सचिव पत्रकार सिद्दीक कप्पन समेत 04 लोगों की गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताते हुए उन्हे रिहा करने तथा हाथरस में पीड़िता से मिलने गए सभी आंदोलनकारियों पर से मुकदमे वापस लेने की मांग करते हुए साझी दुनिया, ऐडवा, ऐपवा, महिला फेडरेशन एवं अन्य लोकतांत्रिक संगठनों एनएपीएव,स्त्री मुक्ति लीग व समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राजधानी लखनऊ के 1090 चैराहे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
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इन संगठनों की तमाम प्रदर्शनकारी महिलाएं 1090 चैराहे पहुंची
इससे पहले इन संगठनों की तमाम प्रदर्शनकारी महिलाएं 1090 चैराहे पहुंची। महिलाओं ने अपने मास्क पर योगी राज ,जंगल राज के स्लोगन लगे स्टिकर लगा रखे थे तथा हाथों में ली गई तख्तियों पर बलात्कारियों के साथ खड़ी सरकार, शर्म करो-शर्म करो, यह हमारा प्रदेश है नहीं तुम्हारा मठ, यहां चलेगा संविधान नहीं तुम्हारी हठ जैसे नारे लिखे थे।
प्रदर्शन के दौरान महिला नेताओं ने कहा
प्रदर्शन के दौरान महिला नेताओं ने कहा कि इस प्रदर्शन के माध्यम से वे यूपी में बेतहाशा बढ़ रही महिला हिंसा, बलात्कार व हत्या की घटनाओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराना चाहती है। पिछले दिनों हाथरस, बलरामपुर, आजमगढ़, भदोही आदि जिलों में हुई बलात्कार की घटनाएं सुर्खियों में रहीं लेकिन इनके अलावा भी आये दिन प्रदेश में महिलाओं पर यौन हिंसा की तमान घटनाएं हो रही हैं। दलित महिलाएँ विशेष रूप से यौन हिंसा का शिकार बन रही हैं। इन घटनाओं से प्रदेश की महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही है।
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चिंता की बात यह है कि इन घटनाओं के प्रति प्रदेश सरकार का रवैया बेहद गैरजिम्मेदाराना और निंदनीय रहा है। जिसे हाथरस की घटना ने बखूबी दिखला दिया है। इससे सरकार का दलितों और महिलाओं के प्रति घृणित और मनुवादी चेहरा उजागर हुआ है। क्या योगी सरकार के सबका साथ और कानून के राज की यही वास्तविकता है?
मनीष श्रीवास्तव
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