युद्ध स्तर पर चल रहा कार्य: बनाए जाएं राशन कार्ड, 44000 ग्राम प्रधानों से किया संवाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होम क्वारंटीन व्यवस्था की सफलता के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए तथा इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य का फीडबैक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त किया जाए।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होम क्वारंटीन व्यवस्था की सफलता के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए तथा इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य का फीडबैक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त किया जाए। उन्होंने निगरानी समितियों को सक्षम बनाने पर बल देते हुए कहा कि यह समितियां घरेलू तथा राजस्व सम्बन्धी विवादों को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। अब तक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा 44 हजार ग्राम प्रधानों से संवाद किया गया।
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राशन कार्ड बनाए जाएं
मुख्यमंत्री ने कहा हैं कि एक जून, से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान के अगले चरण की सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं। उन्होंने कहा है कि विभिन्न राज्यों से प्रदेश वापस लौटे श्रमिकों को नियमित खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए इनके राशन कार्ड बनाए जाएं।
प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी जरूरतमंद परिवारों को अनिवार्य रूप से खाद्यान्न उपलब्ध हो। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में खाद्यान्न की पोर्टबिलिटी को मजबूती से लागू किया जाय।
भरण-पोषण भत्ता
मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि होम क्वारंटीन के लिए घर जाने वाले श्रमिकों को खाद्यान्न किट उपलब्ध कराई जाए तथा होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अवश्य उपलब्ध कराया जाए।
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उन्होंने कहा हैं कि यदि किसी श्रमिक का बैंक खाता किन्हीं कारणों से निष्क्रिय हो गया हो तो प्रशासन सम्बन्धित बैंक शाखा से सम्पर्क करते हुए ऐसे बैंक खातों को अविलम्ब सक्रिय कराएं, ताकि ऐसे श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ते की धनराशि मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा हैं कि एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या को इस माह के अन्त तक बढ़ाकर एक लाख बेड कर लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी नवनिर्मित अस्पताल में बेड की संख्या 100 से कम न हों।
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प्रशिक्षण कार्य निरन्तर संचालित
पुलिस, पीएसी, फायर सर्विस तथा रेलवे पुलिस के कर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए सभी सुरक्षात्मक उपाय किए जाएं। चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से बचाने के उद्देश्य से उनका प्रशिक्षण कार्य निरन्तर संचालित किया जाए।
उन्होंने जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपद के सभी कोविड चिकित्सालयों, चिकित्सा सेवाओं का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं, इसके साथ ही लखनऊ के सरकारी अस्पतालों की आकस्मिक चिकित्सा सेवाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं।
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