AMU छात्र नेताओं पर लगेगा गुंडा एक्ट! कड़े एक्शन में योगी सरकार

इस बीच घंटाघर पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के खिलाफ हजरतगंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है।

Update: 2020-01-23 06:17 GMT

लखनऊ: नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली से लेकर यूपी तक जोरदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। इस क्रम में लगातार एक हफ्ते से लखनऊ में मुस्लिम महिलाओं द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रूख अपनाया है। प्रदेशभर में करीब 1200 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा-144 के उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है।

छात्र नेताओं पर गिरी गाज

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से निकाले गए छात्र नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ कैंपस में प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं नदीम अंसारी और हमजा सुफयान ने प्रॉक्टर और प्रोक्टोरियल टीम के साथ अभद्रता की थी। इस मामले में यूनिवर्सिटी सुरक्षाकर्मी की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर सिविल लाइन्स थाने में मुकदमा दर्ज किया हया है। इन्हीं छात्र नेताओं पर गुंडा एक्ट की भी कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।

प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाओं पर प्रदेशभर में केस दर्ज हुए

बता दें कि पूरे प्रदेश में प्रदर्शनकारियों पर एक्शन लेते हुए योगी सरकार ने अलीगढ़ में 60 महिलाओं, प्रयागराज में 300 महिलाओं, इटावा में 200 महिलाओं और 700 पुरुषों पर केस दर्ज किया है। केस दर्ज होने के बाद भी लखनऊ के घंटाघर से लेकर प्रयागराज के मंसूर अली पार्क में प्रदर्शन जारी है। रायबरेली के टाउनहॉल में भी मुस्लिम महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं।

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इस बीच घंटाघर पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के खिलाफ हजरतगंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है।

मशहूर शायर मुनव्वर राणा की दो बेटियों के नाम भी शामिल

लखनऊ में महिलाओं का विरोध पिछले एक हफ्ते से चल रहा है। पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओं पर सख्ती दिखाई और केस दर्ज कर दिया। 2 दिन पहले यूपी पुलिस की ओर से लखनऊ में तीन मुकदमें दर्ज किए गए। इसमें मशहूर शायर मुनव्वर राणा की दो बेटियों के नाम भी शामिल हैं।

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यूपी के कानपुर, एटा, इटावा, अलीगढ़ में भी CAA के खिलाफ गोलबंदी हो गई है और महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। महिलाओं का कहना है कि जबतक CAA को मोदी सरकार वापस नहीं लेती है। धरना जारी रहेगा।

कानपुर में योगी ने बोला- पुरुष घरों में रजाई में सो रहे हैं और महिलाएं धरने पर

इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कानपुर में सीएए के समर्थन में आयोजित रैली में सीएए के विरोध में धरने पर बैठने वाली महिलाओं के पतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पुरुष घरों में रजाई में सो रहे हैं और महिलाएं धरने पर बैठी हैं। महिलाएं कह रही हैं कि पुरुषों ने कह दिया है कि वह अक्षम हो गए हैं।

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कानपुर में सीएए की समर्थन रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि शरण में आने वाली की रक्षा करना भारत की परंपरा रही है। जिन अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है उनके लिए कानून है। जो विरोध कर रहे हैं उनके लिए हिंदू, ईसाई और सिख महत्वपूर्ण नहीं हैं। अब कांग्रेस के लिए ईसाई भी महत्वपूर्ण नहीं है। वह कहती है कि आईएसआई के लोग महत्वपूर्ण हैं।

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