योगी राज: प्रशासन सक्रिय, पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में डेढ़ सौ साल पुराने बूचड़खाने बंद
अधिकारियों ने बताया कि इस कत्लखाने के बारे में शिकायत मिल रही थी इसलिए इसे बंद किया गया है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि यहां जानवरों का कत्ल होता था। अधिकारियों के अनुसार यहां जानवरों को रखा जाता था, लेकिन गंदगी के कारण स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ रहा था।
वाराणसी: योगी सरकार आते ही प्रशासन ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अवैध रूप से चल रहे बूचड़खाने सील कर दिये। प्रशासन ने मंगलवार को जैतपुरा में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बूचड़खाने बंद करा दिये। इस दौरान मौके पर भीड़ जुटी रही। बताया जा रहा है कि ये बूचड़खाने डेढ़ सौ साल पुराने थे।
सक्रिय प्रशासन
अधिकारियों ने बताया कि इस कत्लखाने के बारे में शिकायत मिल रही थी इसलिए इसे बंद किया गया है।
हालांकि अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया कि यहां जानवरों का कत्ल होता था।
अधिकारियों के अनुसार यहां जानवरों को सिर्फ रखा जाता था, लेकिन आसपास बंदबू और गंदगी के कारण स्वास्थ पर प्रभाव पड़ रहा था।
शिकायतों के बाद फैसला किया गया कि जितने भी अवैध कत्लखाने हैं, उन्हें बंद किया जाएगा।
उत्पीड़न का आरोप
स्लाटर हाउस संचालकों ने भी कहा कि 2012 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से ही यहां जानवरों को काटने का काम बंद है।
यहां जानवर रखे जाते हैं और काटने के लिए उन्हें अन्य स्थानों पर ले जाया जाता था।
बूचड़खाना संचालकों ने इस कार्यवाही को भुखमरी की तरफ धकेलने की कार्यवाही बताया।
संचालकों ने इसे एक वर्ग विशेष के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई और उत्पीड़न बताया।
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