UP Supplementary Budget: योगी सरकार आज पेश करेगी अनुपूरक बजट, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किसानों पर रहेगा फोकस, एजेंडे को धार देने की तैयारी
UP Supplementary Budget: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सरकार की ओर से किसानों के हितों वाली कई योजनाओं के लिए धनराशि के आवंटन की व्यवस्था की जा सकती है।
UP Supplementary Budget: योगी सरकार की ओर से आज विधानमंडल के दोनों सदनों में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना अनुपूरक बजट पेश करेंगे जबकि विधानपरिषद में नेता सदन के रूप में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बजट पेश करने की जिम्मेदारी निभाएंगे। जानकारों का मानना है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सरकार की ओर से किसानों के हितों वाली कई योजनाओं के लिए धनराशि के आवंटन की व्यवस्था की जा सकती है।
अनुपूरक बजट का आकार 40,000 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। इसमें 70 फ़ीसदी राशि विकास कार्यों के लिए दिए जाने का अनुमान लगाया गया है। कैबिनेट बैठक के दौरान अनुपूरक बजट समेत 25 प्रस्तावों को मंजूरी दी जा चुकी है। अनक बजट के दौरान योगी सरकार की ओर से धार्मिक एजेंडे को और धार दिए जाने की संभावना है। अयोध्या, मथुरा और काशी में विकास कार्यों के लिए अच्छी-खासी धनराशि का आवंटन किया जा सकता है।
अनुपूरक बजट में किसानों पर रहेगा फोकस
लोकसभा चुनाव से पूर्व पेश किए जाने वाले अनुपूरक बजट पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। जानकारों के मुताबिक बजट में निजी नलकूपों से सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने का वादा पूरा करने के लिए सरकार की ओर से संसाधनों का इंतजाम किया जा सकता है। प्रदेश सरकार की ओर से गत फरवरी महीने के दौरान चालू वित्तीय वर्ष के लिए 6,90,242.43 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया था। बजट के दौरान किसानों के लिए बड़ा ऐलान किए जाने की संभावना है। किसानों के गन्ना मूल्य के बकाए के भुगतान, पैक्स को बैंकों के माध्यम से 10 लाख रुपए तक ब्याज मुक्त ऋण देने और निराश्रित महिलाओं की पेंशन बढ़ाए जाने के लिए सरकार की ओर से धनराशि का आवंटन किया जा सकता है। इसके साथ ही एक्सप्रेसवे परियोजनाओं और सड़कों की मरम्मत के लिए भी सरकार की ओर से बड़ी धनराशि दी जा सकती है।
धार्मिक एजेंडे को धार देगी योगी सरकार
अनुपूरक बजट के दौरान योगी सरकार की ओर से धार्मिक एजेंडे को भी धार दिए जाने की संभावना है। जानकारों का कहना है कि अयोध्या, मथुरा और काशी में विकास कार्यों को गति देने के लिए योगी सरकार की ओर से अच्छी खासी धनराशि का आवंटन किया जा सकता है। चित्रकूट और विंध्याचल समेत प्रदेश के 10 धार्मिक स्थलों के विकास के लिए भी योगी सरकार खजाना खोल सकती है।
अयोध्या के विकास के लिए प्रदेश सरकार की ओर से पहले ही कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। अगले साल जनवरी महीने के दौरान अयोध्या में भव्य राम मंदिर की शुरुआत होने वाली है और ऐसे में सरकार इस क्षेत्र की विकास योजनाओं को पहले ही काफी महत्व दे रही है।
एससीआर के लिए भी बजट आवंटन की तैयारी
आंगनबाड़ी केद्रों में बच्चों को गर्म भोजन मुहैया कराने के लिए भी सरकार की ओर से धनराशि दी जा सकती है। योगी सरकार की ओर से खेलों और खिलाड़ियों को काफी महत्व दिया जा रहा है और ऐसे में माना जा रहा है कि मेरठ में खेल विश्वविद्यालय के लिए भी सरकार बजट में धनराशि दे सकती है।
एनसीआर की तर्ज पर एससीआर (राज्य राजधानी क्षेत्र) के विकास के लिए भी योगी सरकार की ओर से बजट राशि का आवंटन किया जा सकता है। सरकार इस योजना को आगे बढ़ाने की कोशिश में जुटी हुई है और इसलिए इस मद में भी पैसे के आवंटन की उम्मीद जताई जा रही है।