Zila Panchayat Election UP 2021: BJP के 21 जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए, अखिलेश ने कहा- जनादेश के साथ हुआ खिलवाड़

Zila Panchayat Election UP 2021: 22 जिला पंचायत अध्यक्षों में 21 सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी से चुने गए हैं।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Dharmendra Singh
Update:2021-06-29 22:34 IST

भाजपा ने 62 उम्मीदवारों का किया ऐलान (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

Zila Panchayat Election UP 2021: गांवों की सरकार कहे जाने वाले पंचायत चुनाव में जिला अध्यक्ष के चुनाव में 22 प्रत्याशियों को इस पद के लिए निर्विरोध चुन लिया गया है। इन 22 जिला पंचायत अध्यक्षों में 21 सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी से चुने गए हैं। केवल इटावा जिले में समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी चुनाव जीत सका है। अब आगामी 3 जुलाई को 53 जिलों में पंचायत अध्यक्ष के लिए मतदान होना है।

निर्वाचन आयोग की तरफ से कहा गया है कि जिन 22 जिलों में भाजपा के प्रत्याशियों के खिलाफ किसी अन्य दल के प्रत्याशी ने अपना पर्चा नहीं भरा है। पीलीभीत शाहजहांपुर में नामांकन वापसी का समय खत्म होने के पहले विरोधी प्रत्याशियों ने भाजपा का ही दामन थाम लिया। कुछ जिलों में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया जिन जिलों में निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष को चुन लिया गया है। वह जिले हैं सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतमबुद्व नगर, मेरठ गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोण्डा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत व शाहजहांपुर शामिल हैं। अब भाजपा और समाजवादी पार्टी में तीन जुलाई को सीधा टकराव देखने को मिलेगा। इनमें लखनऊ, हरदोई,मुजफ्फरनगर, बिजनौर, हापुड, बरेली, अलीगढ, हाथरस, कासगंज, फिरोजाबाद, मैनपुरी, कन्नौज, औरया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, महोबा, हमीरपुर, फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रयागराज, अमेठी, बाराबंकी, अम्बेडकरनगर, अयोध्या, बहराइच, बस्ती, सिद्वार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बलिया, चंदौली, मिर्जापुर ,सोनभद्र शामिल हैं।
भाजपा के 21 जिला अध्यक्षों निर्विरोध चुने जाने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सत्ता दल ने जनादेश के साथ खिलवाड़ किया है। बलपूर्वक समाजवादी प्रत्याशियों को नामांकन से रोकने के अलावा उनके समर्थकों पर दबाव बनाने के लिए हर अनैतिक हथकंडा अपनाया गया। तमाम लोगों पर मनगढ़ंत फर्जी मुकदमें लगा दिए गए हैं। कई समाजवादियों के घरों पर दबिश के दौरान पुलिस ने परिवारीजनों और बच्चों तक से अभद्रता की।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने कहा , "बीते दिनों उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त हुई है। लेकिन भाजपा अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिये सत्ता, धन और बाहुबल का दुरूपयोग कर रही है। खुद को मिली करारी शिकस्त के चलते अब भाजपा ने अपने प्रत्याशियो को जिताने की जिम्मेदारी जिले के डीएम-एसपी को सौप दी है। जिसके बाद अब भाजपा उम्मीदवारों को जिताने के लिये पुलिस-प्रशासन द्वारा या तो विपक्षी जिला पंचायत सदस्यों पर दबाव बनाया जा रहा है।


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