Neem Karoli Baba: महान संत नीम करोली बाबा के कैंची धाम आश्रम का आज स्थापना दिवस, उमड़ा भक्तों का हुजूम
Neem Karoli Baba: अतीत में एक ऐसे ही संत हुए हैं नीम करोली बाबा। देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल से करीब 65 किमी की दूरी पर स्थित है इसी बाबा का आश्रम कैंची धाम। बताया जाता है कि इस आश्रम की स्थापना 15 जून 1964 को कराई गई थी।
Neem Karoli Baba: ऋषि मुनियों के देश भारत में अलग-अलग कालखंडों में प्रख्यात एवं महान संत हुए हैं। इन संतों ने अपने ज्ञान से जनसाधारण का कल्याण किया है। अतीत में एक ऐसे ही संत हुए हैं नीम करोली बाबा। देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल से करीब 65 किमी की दूरी पर स्थित है इसी बाबा का आश्रम कैंची धाम। बताया जाता है कि इस आश्रम की स्थापना 15 जून 1964 को कराई गई थी। यहीं पर नीम करोली बाबा का समाधि स्थल भी है।
हर साल 15 जून की तारीख को कैंची धाम का स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस दौरान महामेला लगाया जाता है, जिसमें न केवल देश बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। इस साल भी बाबा के आश्रम में भक्तों की भारी भीड़ जुटी है। आश्रम के पदाधिकारियों का अनुमान है कि करोब दो लाख लोग आज यहां पहुंचेंगे। स्थापना समारोह को प्रतिवर्ष प्रतिष्ठा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
विशाले भंडारे का आयोजन
कैंची धाम प्रबंधन हर साल अपने स्थापना दिवस के मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन करता है। इसकी तैयारियां महीनों पहले शुरू हो जाया करती हैं। अनुमान है कि यहां करीब दो लाख लोग प्रसाद ग्रहण करने पहुंच सकते हैं। कहा जाता है कि भंडारे के दिन कितनी भी अधिक लोगों की संख्या क्यों न हो जाए, भोजन कम नहीं पड़ता क्योंकि नीम करोली बाबा खुद भंडारे की देख-रेख करते हैं और किसी भी चीज की कमी नहीं होने देते।
सुबह से लेकर रातभर खुला रहेगा आश्रम
आज यानी गुरूवार 15 जून को कैंची धाम आश्रम बाबा के भक्तों के लिए सुबह से लेकर देर रात्रि तक खुला रहेगा। आज न केवल देशी बल्कि विदेशी भक्त भी आश्रम पहुंचते हैं। लिहाजा भक्तों को भारी भीड़ के कारण कोई असुविधा न हो इसके लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। मंदिर के आसपास बड़ी संख्या में टेंट लगाए हैं। पेयजल एवं शौचालय का उत्तम प्रबंध किया गया है। मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन दोनों मिलकर हर साल की भांति इस साल भी आयोजन को सफल बनाने में प्रयासरत हैं।
अब जरा नीम करोली बाबा के बारे में जानिए
नीम करोली बाबा को एक चमत्कारिक बाबा की पहचान मिली हुई है। उनके भक्त उन्हें हनुमानजी का अवतार मानते हैं। बाबा ने अपने जीवन में हनुमानजी के 108 मंदिर बनवाए थे। बाबा का असली नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में 1900 में हुआ था। कहा जाता है कि 17 साल की उम्र आते-आते उन्होंने सांसारिक मोह-माहा को त्याग कर अध्यात्म का रास्ता पकड़ लिया था। बाबा ने 10 सितंबर 1973 को महासमाधि ली थी और अपने भौतिक शरीर का त्याग किया था।
नीम करोली बाबा के भक्तों में दुनिया के बड़े लोग शामिल हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में सफलता का परचम लहराया है। इनमें राजनेता से लेकर कारोबारी, बालीवुड-हॉलीवुड स्टार्स और खिलाड़ी शामिल हैं। एप्पल के मालिक स्टीव जॉब्स हो या फेसबुक के मार्क जकरबर्ग नैनीताल स्थित बाबा के आश्रम में अपना मत्था टेक चुके हैं। मशहूर हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया राबर्ट्स भी यहां आकर ध्यान लगा चुकी हैं।