Rain in Uttarakhand: टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग पर फंसी गाड़ियां, भूस्खलन के कारण हाईवे बंद

Uttarakhand News: राजमार्ग बंद होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। टनकपुर और चंपावत की ओर से आवाजाही को रोक दिया गया।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-10-09 04:07 GMT

टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग पर फंसी गाड़ियां (photo: social media )

Uttarakhand News: देश के अधिकतर इलाकों से मानसून की विदाई हो चुकी है लेकिन बारिश का दौर अभी भी जारी है। कई राज्यों में भीषण बारिश के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो चुका है। हिमालय की गोद में बसे पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी इन दिनों भारी बारिश और बर्फबारी हो रही है। भारी बारिश के बीच भूस्खलन के चलते टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। इससे हाईवे के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई।

राजमार्ग बंद होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। टनकपुर और चंपावत की ओर से आवाजाही को रोक दिया गया। हाईवे से मलबे को हटाने का काम युद्धस्तर पर जारी है। फंसे यात्रियों के लिए पानी और बिस्किट की व्यवस्था की गई। प्रशासन जल्द से जल्द राजमार्ग पर आवागमन बहाल करने की कोशिश में जुटा हुआ है।

उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश

मौसन विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को राज्य में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था। विशेषकर राज्य के पूर्वी और मध्य जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। भूस्खलन का अंदेशा भी जताया गया था। लोगों को कम से कम अगले 2-3 दिनों तक बद्रीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंड और राज्य के अन्य पहाड़ी स्थलों की यात्रा न करने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग ने आज और कल यानी 9 और 10 अक्टूबर को भी बारिश की संभावना जताई है। लिहाजा खराब मौसम को देखते हुए तीर्थयात्रियों के साथ – साथ पर्यटकों को भी यात्रा न करने की सलाह दी गई है। लोगों से पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने से बचने की अपील की गई है।

उधर, उत्तरकाशी जिले में हुए हिमस्थलन में मरने वालों की तादाद 26 तक जा पहुंची है। शनिवार को 5वें दिन भी सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। बता दें कि इस हादसे में पर्वतारोहण के क्षेत्र में बेहद कम समय में नाम कमाने वाली 24 साल की एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल की भी मौत हो गई।

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