IAS Pooja Singhal: जानिए स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी तक टॉपर रहीं IAS पूजा सिंघल का अर्श से फर्श तक का सफर
Jharkhand IAS Pooja Singhal: पूजा सिंघल ने इतनी सुर्खी उस दौरान पाई थी जब उन्होंने मात्र 21 वर्ष की उम्र सिविल सेवा की परीक्षा (civil services exam) को क्रैक किया था और आईएएस अधिकारी बनी थीं।
IAS Pooja Singhal News: झारखंड की सीनियर आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल (IAS officer Pooja Singhal) इन दिनों सुर्खियों में है। पूजा सिंघल ने इतनी सुर्खी उस दौरान पाई थी जब उन्होंने मात्र 21 वर्ष की उम्र सिविल सेवा की परीक्षा (civil services exam) को क्रैक किया था और आईएएस अधिकारी बनी थीं। उनकी इस ख्याति की चर्चा दुनिया में हुई, उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है।
2000 बैच की आईएएस ऑफिसर पूजा तब से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र–छात्राओं के लिए एक आदर्श (A role model for students) बन चुकी थीं। लेकिन इतने कम उम्र में अपनी मेहनत के बदौलत बुलंदियों पर पहुंचने वाली पूजा अपनी महत्वकक्षाओं को नियंत्रित नहीं कर पाईं और एक झटके में वो अर्श से फर्श तक पहुंच गईं।
तो आइए एक नजर उनके अबतक के सफर पर डालते हैं –
स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी तक और फिर सिविल सेवा में गाड़ा झंडा
तेजतर्रार आईएएस ऑफिसर (flamboyant ias officer) के तौर पहचान बनाने वाली पूजा सिंघल का जन्म उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजधानी देहरादून में हुआ। उन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय (Garhwal University) से स्नातक तक की पढ़ाई की। पूजा का एकेडमिक रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है, स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की परीक्षाओं में उनका स्थान टॉपर की सूची रहा है। तेज दिमाग और मेहनत के बदौलत उन्होंने पहले ही प्रयास यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास कर लिया। वो झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी बनी।
सर्विस में किए कई अच्छे काम
आईएएस बनने के बाद पूजा सिंघल (Pooja Singhal Life) की पहली पोस्टिंग हजारीबाग के एसडीओ के तौर पर हुई। यहां उन्होंने अपने कार्य से लोगों को काफी प्रभावित किया। पूजा ने यहां तैनाती के दौरान शिक्षा परियोजना की ओर से बच्चों को दी जाने वाली किताबों की अवैध बिक्री का भंडाफोड़ किया था। झारखंड में विकलांगों का डेटा जमा करने के लिए पहली बार उन्होंने ही सर्वेक्षण करवाया था। जिसकी काफी तारीफ हुई थी। इसके अलावा राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के निदेशक के तौर पर भी उन्होंने शानदार काम किया था, जिसे आज भी याद किया जाता है। उन्होंने रिम्स की दशा सुधारने में अहम रोल अदा किया था।
विवादों से रहा है पुराना नाता
पूजा सिंघल के एकेडमिक रिकॉर्ड (Academic Records of Pooja Singhal) और सर्विस रिकॉर्ड के कारण उन्हें झारखंड का तेजतर्रार और फैसले लेने वाले अधिकारी के तौर पर देखा जाता था। राजनीतिक अस्थिरता के लिए कुख्यात रहे झारखंड में उन्होंने लगभग हर सरकार से अपने सहज संबंध रखे। 22 साल के सर्विस में पूजा सिंघल पर घोटाले के आरोप लगते रहे हैं।
खूंटी जिले में उपायुक्त के पद पर तैनात रहीं पूजा पर मनरेगा (MANREGA) में 16 करोड़ रूपये के घोटाले का आरोप आया। जिसकी जांच अभी ईडी कर रही है। जबकि चतरा में उपायुक्त रहने के दौरान उनपर आरोप लगे कि उन्होंने मनरेगा योजना से 6 करोड़ रूपये दो एनजीओ को दिए। उस दौरान विधानसभा में भी ये मुद्दा उठा था, लेकिन पूजा सिंघल क्लीन चिट लेने में कामयाब रहीं। इसके अलावा उनपर पलामू जिले के उपायुक्त रहने के दौरान उषा मार्टिन ग्रुप को नियमों की अनदेखी कर कोल ब्लॉक आवंटित करने का आरोप लगा है।
निजी जीवन में उथल पुथल
मल्टी टैलेंटेड अधिकारी के तौर पर पहचान रखने वाली IAS पूजा सिंघल का निजी जीवन काफी उथल पुथल भरा रहा है। उन्होंने पहली शादी झारखंड कैडर के ही आईएएस अधिकारी राहुल पुरवार से की थी। लेकिन दोनों का ये रिश्ता अधिक दिनों तक नहीं चला। अंत में दोनों तलाक लेकर अलग हो गए। ऐसी चर्चा है कि उन्होंने एकबार जहर खाकर जान देने की भी कोशिश की थी, इसे मीडिया में नक्सली हमले के तौर पर बताया गया था। पूजा सिंघल ने बाद में बिहार से संबंध रखने वाले बिजनेसमैन और पल्स हॉस्पिटल के मालिक अभिषेक झा से शादी कर ली।