Pushkar Singh Dhami Uttarakhand: लखनऊ से गहरा नाता है उत्तराखण्ड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का
Pushkar Singh Dhami Uttarakhand: पुष्कर सिंह धामी पहले ऐसे मुख्यमंत्री बने हैं जिन्हे मंत्री होने का अनुभव नहीं है।
Pushkar Singh Dhami Uttarakhand: उत्तराखण्ड के 11 वें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का राजधानी लखनऊ से गहरा नाता रहा है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बेहद करीबी रहे पुष्कर सिंह 1996 से 2001 तक लखनऊ में रहते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे। वह लखनऊ विश्वविद्यालय के आचार्य नरेन्द्र देव छात्रावास में रहा करते थें। इसलिए उनका लखनऊ की हर गली और मोहल्ले से गहरा नाता रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य रहे पुष्कर सिंह धामी इस समय खटीमा से विधायक हैं। वह पहले ऐसे मुख्यमंत्री बने हैं जिन्हे मंत्री होने का अनुभव नहीं है। आज शाम राज्यपाला बेबी रानी मौर्य उन्हे मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगी।
दो बार युवा मोर्चा के अध्यक्ष
पुष्कर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ के टुण्डी गांव में हुआ था। उनके पिता सैनिक थे। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बीच उन्होंने सरकारी स्कूलों से प्राथमिक शिक्षा ली। तीन बहनों में अकेले भाई पुष्कर सिंह भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी काफी सक्रिय रहे। वह दो बार युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे।
इसके पहले पुष्कर सिंह धामी ने 1990 से 1999 तक जिले से लेकर राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में विभिन्न पदों में रहकर विद्यार्थी परिषद में कार्य किया है। धामी ने मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध में मास्टर्स किया है।
दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे
धामी 2002 से 2008 तक युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। 2002 से 2008 के दौर में उन्होंने पूरे प्रदेश में भ्रमण कर के कई बेरोजगार युवाओं को संगठित किया था और कई विशाल रैलियाँ की थीं।
उत्तराखण्ड की स्थापना के बाद राज्य की भाजपा सरकार में 2010 से 2012 तक शहरी विकास परिषद के उपाध्यक्ष रहे। 2012 के विधान सभा चुनाव में वह पहली बार चुनाव जीते। इसके बाद अगले विधानसभा चुनाव यानी 2017 में दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे।
बेहद साफ सुथरी छवि वाले पुष्कर सिंह धामी कभी विवादों में नहीं रहे। युवाओं में उनकी अच्छी लोकप्रियता़ है। बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर वो खासे मुखर रहे हैं।
बेहद साफ सुथरी छवि वाले पुष्कर सिंह धामी कभी विवादों में नहीं रहे। युवाओं में उनकी अच्छी लोकप्रियता़ है। बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर वो खासे मुखर रहे हैं।