चार महंत बने महाण्डलेश्वर, जूना पीठाधीश्वर ने नामो की लगाई पुकार

श्री पंचदशनाम जूना आनंद भैरव अखाड़ा में शुक्रवार को चार नये महामण्डलेश्वरो का पटटाभिषेक किया गया।

Published By :  Network
Update: 2021-04-09 14:37 GMT

चार महंत बने महाण्डलेश्वर, जूना पीठाधीश्वर ने नामो की लगाई पुकार (फोटो- सोशल मीडिया)

हरिद्वार: सन्यासी अखाड़ो में सबसे प्राचीन श्री पंचदशनाम जूना आनंद भैरव अखाड़ा में शुक्रवार को चार नये महामण्डलेश्वरो का पटटाभिषेक किया गया। अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने इन सभी के नामो का पुकार करते हुए इनका पटटाभिषेक किया।

चार महंत बने महाण्डलेश्वर

शुक्रवार को जूना अखाड़ा परिसर स्थित मायादेवी मन्दिर के अन्दर में अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय सरंक्षक व अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज एवं जूना अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय सभापित श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज की देखरेख में जूना अखाड़े के 04 नये महामंडलेश्वरो को उपाधि प्रदान की गयी।

श्रीदत्तात्रेय चरण पादुका पर आचार्य पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने क्रमशः महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरी महाराज राष्ट्रीय अध्यक्ष हिन्दू रक्षा सेना हाल बाला जी धाम श्यामपुर कांगडी हरिद्वार, महामंडलेश्वर अनिरुद्ध वन गिरी महाराज भूमेश्वर धाम जिला ग्वालियर मध्यप्रदेश, महामंडलेश्वर संजय गिरी महाराज थाने मुम्बई महाराष्ट्र एवं महामंडलेश्वर रवि शंकर गिरी महाराज बाबा सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर मठ पूर्वी चंपारण बिहार नये महामण्डलेश्वर बनाये गये हैं।

 (फोटो- सोशल मीडिया)

इन सभी चारों महामण्डलेश्वरों का विधि-विधान से पूजा अर्चना करते जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद नन्द गिरी महाराज द्वारा श्री दत्तात्रेय चरण पादुका पर पुकार करते हुए माल्यार्पण कर विधिवत पूजन कर पट्टाभिषेक करते हुए चारो महंतो को जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर की उपाधि प्रदान की गई।

कोविड गाइड लाइन का पालन करने का आह्वान

इस मौके पर श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने सभी नवदीक्षित महामण्डलेश्वरों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके द्वारा अखाड़ा के हितों एवं सनातन धर्म के लिए और अधिक कार्य किया जायेगा। उन्होंने सभी से कोरोना जैसी विश्वव्यपी महामारी के लिए कोविड गाइड लाइन का पालन करने का आह्वान करते हुए कहा कि गाडड लाइन का पालन ही इस महामारी से बचाव है।

सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि ने नये बने महामण्डलेश्वरों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इनके द्वारा अखाडे की गरिमा का पालन करते हुए सनातन धर्म के लिए अपने अपने क्षेत्र में कार्य किया जायेगा। इस मौके पर अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय प्रवक्ता एवं दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि इनके द्वारा भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के लिए और अधिक कार्य किया जायेगा।

इस दौरान मौजूद अन्र्तराष्ट्रीय सचिव मोहन भारती,अन्र्तराष्टीय उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती,सभापति श्रीमहंत उमाशंकर भारती, श्रीमंहंत केदारपुरी, श्रीमहंत शिवानंद सरस्वती, निर्माण मंत्री श्रीमहंत शैलजा गिरि के साथ साथ रमता पंच के श्रीमहंत आनन्द गिरि, श्रीमहंत भल्ले गिरि, श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती, श्रीमहंत रमन गिरि, कुंभ मेला प्रभारी, थानापित नीलकंठ गिरि कारोबारी, लाल भारती कोठारी आदि मौजूद थे।

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