Supplementary Budget In Uttarakhand: उत्तराखंड सरकार आज पेश करेगी अनुपूरक बजट, विपक्ष घेरने की तैयारी में
Supplementary Budget In Uttarakhand: उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र में आज पुष्कर सिंह धामी सरकार पहाड़ी राज्य का 5370 करोड़ का अनूपूरक बजट पेश करने जा रही है।
Supplementary Budget In Uttarakhand: देहरादून: उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार (Pushkar Singh Dhami Sarkar) विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon Session) में आज इस पहाड़ी राज्य का 5370 करोड़ का अनूपूरक बजट (Supplementary Budget) पेश करने जा रही है। सत्र का पहला दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि में निकल गया था। लेकिन सदन में विपक्ष के हमले से बचना धामी सरकार के लिए आसान नहीं है। जिसकी वजह खुद भाजपा नेता और भ्रष्टाचार है।
धामी सरकार आज शाम चार बजे अनुपूरक बजट (Anupurak Budget) पेश करेगी। जबकि इससे पहले प्रश्नकाल और शून्यकाल भी चलना है। दूसरी ओर विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव लाने की भी तैयारी है। विपक्ष का आरोप है कि कोविड जंग में सरकार फेल रही है। जिलों के गठन और नंदा गौरा योजना के लाभार्थियों को मदद में सरकार फेल रही है। विपक्ष का आरोप है कि जाति प्रमाण पत्र बनवाने में लोगों को दिक़्क़तें हो रही हैं। धारचूला क्षेत्र में इंटरनेट/नेटवर्किंग की समस्या है।
आज इन विधेयकों को पेश करेगी धामी सरकार
धामी सरकार की ओर से आज इन विधेयकों आइएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, डीआइटी विश्वविद्यालय(संशोधन) विधेयक, उत्तराखंड माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, उत्तराखंड फल पौधशाला (विनियमन) विधेयक, उत्तराखंड नगर निकायों एवं प्राधिकरणों के लिए विशेष प्रविधान (संशोधन) विधेयक और उत्तराखंड विनियोग (2021-22 का अनुपूरक) विधेयक पेश किया जाना है।
विपक्ष ने धामी सरकार पर लगाया बंदरबांट का आरोप
विपक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्तरीय तीलू रोतैली नारी शक्ति सम्मान के पुरस्कारों में बंदरबांट कर डाली है और सारे पुरस्कार अपनों में ही बांट दिये हैं। कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल की बेटी से लेकर बीजेपी महिला मोर्चा पदाधिकारियों और उनके चहेतों में तीलू रौतेली पुरस्कार का मुद्दा छाया हुआ है।
कांग्रेस भी आक्रामक है। पिछले दिनों पार्टी ने छापा मारकर चंद्रनगर स्थित केन्द्रीय औषधि भंडार में कोविड जंग के लाखों के उपकरण खुले में सड़ते हुए दिखाए थे। कांग्रेस के इस कदम ने धामी सरकार की तीसरी लहर की तैयारियों की पोल खोल दी है। अब विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
विधानसभा सत्र के दौरान हरिद्वार कुंभ में फर्जी कोविड टेस्ट का मुद्दा भी गरमाने की संभावना है। इस मामले में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों तीरथ सिंह रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत की भिड़ंत में उठाए गए मुद्दों पर भी विपक्ष सरकार को घेरने के लिए कमर कसे है। इसके अलावा बेरोजगारी, देवस्थानम बोर्ड का मसला भी तूल पकड़ने की संभावना है।