उत्तराखंड: सही साबित हुई Newstrack की न्यूज, सीएम हुए तीरथ सिंह रावत

न्यूजट्रैक ने सात मार्च को ही कह दिया था कि मुख्यमंत्री की रेस में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश भट्ट, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, सतपाल महाराज, रमेश पोखरियाल निशंक, अजय भट्ट, भगत सिंह कोश्यारी में से कोई नहीं है। त्रिवेंद्र सिंह रावत हटेंगे तो उनकी जगह तीरथ सिंह रावत ही मुख्यमंत्री बनेंगे।

Update: 2021-03-10 11:47 GMT
न्यूजट्रैक ने सात मार्च को ही कह दिया था कि मुख्यमंत्री की रेस में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश भट्ट, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, सतपाल महाराज, रमेश पोखरियाल निशंक, अजय भट्ट, भगत सिंह कोश्यारी में से कोई नहीं है।

रामकृष्ण वाजपेयी

नई दिल्ली। तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड की सत्ता सौंप दी गई है। वह उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री बने हैं। इसी के साथ Newstrack.com की खबर पर एक बार फिर मोहर लग गई है। न्यूजट्रैक ने सात मार्च को ही कह दिया था कि मुख्यमंत्री की रेस में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश भट्ट, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, सतपाल महाराज, रमेश पोखरियाल निशंक, अजय भट्ट, भगत सिंह कोश्यारी में से कोई नहीं है। त्रिवेंद्र सिंह रावत हटेंगे तो उनकी जगह तीरथ सिंह रावत ही मुख्यमंत्री बनेंगे।

https://newstrack.com/uttarakhand/bjp-top-leadership-grievances-chief-minister-trivendra-singh-rawat-2022-assembly-elections-uttarakhand-794086.html

उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे

इसकी वजह गिनाते हुए कहा था कि तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड भाजपा की राजनीति पर अच्छी पकड़ रखते हैं। वह 2013 से 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। चौबट्टाखाल से भाजपा के पूर्व विधायक हैं तथा वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव होने के साथ गढ़वाल सीट से लोकसभा का प्रतिनिधित्व भी करते हैं।

2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था और वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक भी रहे हैं। कहा जाता है कि नागपुर में संघ परिवार से उनकी काफी नजदीकी है।

ये भी पढ़ें...उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे तीरथ सिंह रावत, आज ही लेंगे सीएम पद की शपथ

फोटो-सोशल मीडिया

https://newstrack.com/uttarakhand/uttarakhand-politics-dhan-singh-rawat-may-be-chief-minister-dhami-as-deputy-cm-796016.html

जिस समय मीडिया में धन सिंह रावत के नाम की चर्चा जोरों पर थी उस समय भी न्यूजट्रैक ने धन सिंह रावत के साथ तीरथ सिंह रावत का नाम रखते हुए तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने की संभावना को विराम नहीं लगने दिया था।

वफादारी का इनाम

तीरथ सिंह रावत में सांगठनिक पकड़ की अद्भुत क्षमता है। वह कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने में यकीन रखते हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को यकीन है कि तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड में कुमाऊं मंडल के विधायकों की नाराजगी दूर करने में तीरथ सिंह रावत कामयाब होंगे।

एक महत्वपूर्ण बात यह है कि पार्टी नेतृत्व के प्रति वफादारी का तीरथ सिंह रावत को इनाम मिला है।

2017 में भाजपा ने विधानसभा चुनाव के समय उनका टिकट काट दिया था जबकि उस समय वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और चौबट्टाखाल के विधायक थे। रावत का टिकट काटकर कांग्रेस से आए नेता सतपाल महाराज को दे दिया गया था।

यह एक झटका था कार्यकर्ता तक पार्टी नेतृत्व के इस निर्णय से अवाक थे। सबको लग रहा था कि तीरथ सिंह विरोध करेंगे। लेकिन तीरथ सिंह ने पार्टी नेतृत्व के निर्णय को सहज भाव से स्वीकार किया और काम करते रहे जिसका नतीजा आज उन्हें उत्तऱाखंड के सीएम पद पर ताजपोशी के रूप में मिला।

ये भी पढ़ें...देश में कोरोना के 17921 नए मामले , पिछले 24 घंटे में 133 संक्रमितों की मौत

Tags:    

Similar News