UKSSSC Paper leak Case: पेपर लीक मामले में STF को मिले अहम सुराग
UKSSSC Paper leak Case: एसटीएफ ने आरएमएस कंपनी के सीओ राजेश पाल को गिरफ्तार किया है। राजेश पाल से पूछताछ में एसटीएफ को अहम सुराग हाथ लगे हैं।
UKSSSC Paper leak Case: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग या यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में कार्रवाई तेज हो गई है। इस पेपर लीक (Paper Leak) मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की कार्रवाई लगातार जारी है। मामले में अब तक कुल 30 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। आपको बता दें कि, इनमें 29 स्नातक स्तरीय परीक्षा (Graduate Level Exam) तथा एक गिरफ्तारी सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में STF कर चुकी है।
एसटीएफ ने आरएमएस कंपनी के सीओ राजेश पाल को गिरफ्तार किया है। राजेश पाल से पूछताछ में एसटीएफ को अहम सुराग हाथ लगे हैं। कंपनी के सीओ ने इश्तियाक हुसैन का नाम लिया है। एसटीएफ को इश्तियाक हुसैन नाम के व्यक्ति से यूपी पेपर लीक मामले में अहम दस्तावेज मिलने की आशंका जताई जा रही है। पूछताछ मे कंपनी के सीओ राजेश पाल ने इश्तियाक हुसैन का नाम लिया है। एसटीएफ को दी गई जानकारी में इश्तियाक हुसैन की भूमिका संदिग्ध मान रही है। एसटीएफ द्वारा हर एंगल से जांच की जा रही है। जानकारी की पुष्टि होते ही एसटीएफ जल्द ही इश्तियाक हुसैन पर भी कार्रवाई कर सकती है।
इन गिरफ्तारियों से एक बात तो जाहिर है कि उत्तराखंड में हुए इस पेपर लीक कांड में कोई बचने वाला नहीं है। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार (Pushkar Singh Dhami Govt.) इस मामले में काफी सख्ती से कदम बढ़ा रही है। धामी सरकार गुनहगारों को सख्त से सख्त सजा देने की तैयारी में है। धामी सरकार चाहती है कि दोषियों को ऐसी सजा मिले जो दूसरों के लिए 'नजीर' बने।
धामी सरकार बड़ी कार्रवाई के मूड में
अनुमान जताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार इन नकल माफियाओं द्वारा अर्जित अवैध संपत्तियों को कुर्क कर सकती है। आपको बता दें कि, इन संपत्तियों से जुड़ी एक रिपोर्ट STF ने प्रवर्त्तन निदेशालय (ED) को सौंपी है। मतलब राज्य सरकार बड़ी कार्रवाई के मूड में है। एसटीएफ ने बड़ी तैयारी कर रखी है। ईडी को इस संबंध में पत्र भी लिखा गया है। दरअसल, नकल माफियाओं ने परीक्षा के प्रश्न पत्रों को बेचकर बड़ी बेनामी संपत्ति अर्जित की है
STF-ED की दोतरफा कार्रवाई
STF की टीम लगातार कार्रवाई में जुटी है। नकल माफिया से जुड़े सभी तार तलाशे जा रहे हैं। इसी क्रम में STF टीम उत्तरकाशी (Uttarkashi), रामनगर (Ramnagar), धामपुर (Dhampur) और लखनऊ (Lucknow) भेजा गया। एसटीएफ की टीम गिरोह के लोगों के उन सभी दस्तावेजों को खंगाल रही है, जहां उन्होंने अवैध तरीके से कमा कर पैसों से सम्पत्तियां अर्जित की है। अब STF और ED दोतरफा कार्रवाई का मन बना चुकी है। मतलब, नकल माफियाओं पर बड़ा शिकंजा कसने की पूरी तैयारी हो चुकी है।
आपको बता दें कि, एसटीएफ प्रमुख एसएसपी अजय सिंह ने मीडिया को बताया था कि, इस मामले में गिरफ्तार 28वें आरोपी का संबंध लखनऊ से मिला है। गिरफ्तार विपिन बिहारी (Vipin Bihari) आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (RMS Techno Solutions Private Limited) का कर्मचारी है। विपिन ने कई और भी काम की जानकारियां STF को दी हैं।' सूत्र बताते हैं कि, इस मामले में उत्तराखंड की धामी सरकार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से लगातार संपर्क बनाए हुए है। STF मामले से जुड़े सभी पहलुओं की सघनता से जांच कर रही है।
सूत्र बताते हैं कि आने वाले समय में योगी सरकार का बुलडोजर लखनऊ में 'आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड' की संपत्ति और दफ्तर पर चल सकती है। आपको बता दें कि, उक्त कंपनी द्वारा अवैध तरीके से कमाए गए धन से लखनऊ में बन रहे स्कूल और अन्य संपत्तियों पर भी बुलडोजर चल सकता है। कंपनी के निदेशक राजेश चौहान हैं, जो खुद अभी जेल में हैं। राजेश के साथ इस कंपनी में कई और लोग भी जुड़े हैं। सूत्रों की मानें तो STF जल्द ही और भी लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है।
गौरतलब है कि, हाल के महीनों में उत्तर प्रदेश में भी पेपर लीक के मामले सामने आए थे। इस हालिया प्रकरण को अधिकारी उसी से जोड़कर देख रहे हैं। वो तलाश रहे हैं कि क्या इनमें आपस में कोई संबंध भी है।