Champawat Byelection: अपनी कुर्सी बचाने एकबार फिर मैदान में उतरेंगे CM धामी, चंपावत से लड़ेंगे चुनाव
Champawat Byelection: सीएम धामी को चंपावत विधानसभा सीट से बीजेपी का उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ने वाले निर्वतमान विधायक कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि क्षेत्र की जनता मुख्यमंत्री को चुनने के लिए बेताब है।
Champawat Byelection: देवभूमि उत्तराखंड में हर पांच वर्ष पर सत्ता पलटने के रिवाज को हालिया विधानसभा चुनाव में पलटने वाली बीजेपी के लिए ये शानदार जीत उस समय फीकी हो गई, जब नतीजों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) अपनी सीट गंवा बैठे। 70 सदस्यों वाली उत्तराखंड विधानसभा (Uttarakhand Legislative Assembly) में 47 सीट जीतकर पुनः सत्ता में वापसी कर बीजेपी ने इतिहास रच दिया। लेकिन सीएम धामी अपनी परंपरागत सीट खाटिमा से कांग्रेस उम्मीदवार भुवन कापड़ी के हाथों चुनाव हार गए थे। मुख्यमंत्री पद पर उनकी पुनः ताजपोशी होने के बाद छह महीने के अंदर उन्हें विधानसभा सदस्य के तौर पर निर्वाचित होना जरूरी है। ऐसे में बीजेपी ने उन्हें एकबार फिर चुनाव मैदान में उतारा है।
चंपावत सीट से चुनाव मैदान में होंगे धामी
कुमाऊ रीजन के अंतर्गत आने वाली चंपावत सीट (Champawat seat) उत्तराखंड में बीजेपी की सुरक्षित सीटों में शुमार है। इस सीट से लगातार दो बार चुनाव जीतने वाले कैलाश गहतोड़ी ने इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) के लिए ये सीट छोड़ दी है। बीजेपी ने गुरूवार को सीएम धामी को चंपावत विधानसभा सीट से बीजेपी का उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ने वाले निर्वतमान विधायक कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि क्षेत्र की जनता मुख्यमंत्री को चुनने के लिए बेताब है। वे यहां से रिकॉर्ड मतों से जीतेंगे।
31 मई को होगा मतदान
केंद्रीय चुनाव आयोग ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है। विधानसभा उपचुनाव के लिए 4 मई को अधिसूचना जारी होगी। इसी के साथ नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 11 मई तक नामांकन चलेगा औऱ 17 मई तक नाम वापसी का आखिरी दिन होगा। 31 मई चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए मत डाले जाएंगे। मतों की गिनती 3 जून को होगी। मुख्यमंत्री धामी आगे सीएम बने रहेंगे या नहीं इसी दिन इस पर फैसला हो जाएगा।
धामी को हराने वाले विधायक पर कांग्रेस को भरोसा
कांग्रेस ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए अभी तक अपने उम्मीदवार को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। लेकिन पार्टी ने इस मोर्चे पर सीटिंग सीएम पुष्कर सिंह धामी को उनके गढ़ में मात देने वाले भुवन कापड़ी को उतारा है। कापड़ी इस सीट पर कांग्रेस के लिए रणनीति बनाएंगे। ऐसे में विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री को हराकर राष्ट्रीय स्तर पर सर्खियों में आए भुवन कापड़ी की इस विधानसभा उपचुनाव में परीक्षा होगी। अगर वो कांग्रेस नेतृत्व के भरोसे पर एखबार फिर खड़े उतरते हैं तो निश्चित तौर पर पार्टी में उनका कद काफी बढ़ जाएगा।
जो जीता चंपावत उसी की सरकार बनी
चंपावत विधानसभा सीट पर 2002 के बाद अब तक पांच बार चुनाव हो चुके हैं। जिसमें तीन बार बीजेपी और दो बार कांग्रेस जीती है। इसलिए इसे बीजेपी के गढ के तौर पर भी देखा जाता है। साल 2002 और 2012 में जहां इस सीट से कांग्रेस जीती, वहीं 2007, 2017 और 2022 में इस सीट से बीजेपी ने जीत दर्ज की। इन चुनावों में जिसने भी यहां जीत हासिक की, उसकी सरकार सूबे में बनी है।
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