Uttarakhand CM: अब पुष्कर सिंह धामी चले योगी आदित्यनाथ की राह

Uttarakhand CM: आज पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के पहले ही कह चुके हैं कि वह इस पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद अपने सारे वादे पूरे करेंगे।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Monika
Update:2022-03-23 13:25 IST

पुष्कर सिंह धामी (photo : social media )

Uttarakhand CM: देश में फायरब्रांड मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी पहचान बना चुके यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अब प्रडोसी राज्य उत्तराखडं के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उसी राह पर चलने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, हम राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने सहित सभी वादों को पूरा करेंगे।

आज पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में कहा कि 2025 में जब हमारा राज्य 25 साल को होगा उस समय हम भारत के अग्रणी राज्य बने उसे साकार करने के लिए सभी को एक साथ चलना होगा। पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के पहले ही कह चुके हैं कि वह इस पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद अपने सारे वादे पूरे करेंगे। कामन सिविल कोड यानी की समान नागरिक संहिता का भी वादा पूरा करेंगे।

पुष्कर सिंह धामी आज उत्तरांखड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैं। सोमवार को विधायक दल की बैठक में एक बार फिर धामी को उत्तराखंड की कमान सौंपने पर मुहर लगा दी गई। पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि फिर से मुझ पर विश्वास जताया है और 5 साल तक उत्तराखंड के सीएम के रूप में काम करने का अवसर दिया।

दूसरी बार सरकार बनाने का अवसर मिला

उत्तराखंड के गठन के बाद उसके 22 वर्षो के इतिहास में यह पहला अवसर है जब किसी मुख्यमंत्री को लगातार दूसरी बार सरकार बनाने का अवसर मिला हो। धामी को चुनाव के छह महीने पहले ही प्रदेश की कमान सौंपी गयी थी लेकिन उन्होंने इतने कम समय में लोकप्रियता की मिसाल हासिल की है।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पर पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता को प्रदेश में लागू करने का वादा किया था। तब उन्होंने कहा था कि इसके लिए वह एक कमेटी का गठन करेंगे जिसमें संविधान के जानकारों के अलावा वकील और वरिष्ठ नागरिकों को शामिल किया जाएगा। तब उन्होंने कहा था कि हर देश में एक से कानून से काम होता है। इसलिए यहां पर भी कामन सिविल कोड की सख्त जरूरत है। चाहे वह किसी भी धर्म का हो उससे शादी व्याह तलाक और जमीन जायदाद में एक ही कानून लागू होगा।

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