Joshimath: धंसते जोशीमठ में लोगों का प्रदर्शन, मांग रहे सुरक्षा
Joshimath: जोशीमठ में लोग गुस्साए हुए हैं और सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं। लोग सुरक्षा के साथ निर्माण प्रोजेट्स बन्द करने की मांग कर रहे हैं।
Joshimath: उत्तराखंड के चमोली जिले में लगभग 25,000 लोगों वाले जोशीमठ में लोग गुस्साए हुए हैं और सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं। वजह है इस इलाके की जमीन का लगातार धँसते जाना। लोग सुरक्षा के साथ साथ निर्माण प्रोजेट्स बन्द करने की मांग कर रहे हैं।
जुलूस निकाला
जोशीमठ शहर के अधिकांश वार्डों में मकानों में खतरनाक दरारों की सूचना मिली है, जिससे गुस्साए निवासियों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति (जेबीएसएस) के आह्वान पर एक विशाल मशाल जुलूस निकाला गया, जिसके बाद बाजार बंद रहा।
लिखित आश्वासन की मांग
जिला प्रशासन की ओर से लोगों को आंदोलन का रास्ता न अपनाने के लिए समझाया जा रहा है। लेकिन लोगों की मांग है कि प्रशासन प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के पूरे इंतजाम के साथ एनटीपीसी परियोजना और हेलंग-मारवाड़ी बाईपास को बंद करने का लिखित आश्वासन दे।
घर छोड़ने को कहा गया
चमोली जिला प्रशासन ने लोगों को घर छोड़ कर सुरक्षित जगह चले जाने को कहा है। लोगों के रहने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के एनटीपीसी और एचसीसी को 2,000 प्रीफैब्रिकेटेड संरचनाओं का निर्माण करने का आदेश दिया गया है। जोशीमठ में भूस्खलन से प्रभावित परिवारों को मदद पहुंचाने के लिए इन परिवारों को नगर निगम, ब्लॉक, बीकेटीसी गेस्ट हाउस, जीआईसी, गुरुद्वारा, इंटर कॉलेज, आईटीआई तपोवन और अन्य जगहों पर ठहराया गया है। जोशीमठ नगर क्षेत्र से 47 परिवारों को अस्थाई रूप से शिफ्ट किया गया है।
निर्माण कार्य ठप
जमीन धंसने के डर से जोशीमठ में निर्माण कार्य ठप पड़ा है। सिर्फ सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित हेलंग बाईपास निर्माण जारी है। एनटीपीसी तपोवन विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना पर काम कर रही है। नगर निगम क्षेत्रों के अंतर्गत अन्य निर्माण गतिविधियाँ बन्द हैं। जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन भी अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
विपक्ष हमलावर
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने जोशीमठ की तबाही के लिए अनियंत्रित और अदूरदर्शी विकास के बारे में स्थानीय लोगों की शिकायतों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगढ़ परियोजना के लिए बनाई गई सुरंग ने जमीन को भीतर से खोखला कर दिया है। इसके बाद भी अधिकारियों ने बायपास सड़क का निर्माण शुरू कर दिया है। शहर की जड़ में खुदाई इसकी नींव को हिला रही है।