Uttarakhand Alert: सावधान यात्रियों! लगातार टूट-टूट कर गिर रहा पहाड़, भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते हाई अलर्ट जारी
Uttarakhand Alert: उत्तरकाशी जिले में बारिश के चलते मनेरी के पास गंगोत्री हाइवे पर लगातार पहाड़ों से पत्थर टूट टूटकर गिर रहे हैं, इसी के चलते नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया है। प्रशासन और बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) की टीमें लगातार रास्ता साफ करने में जुटी हुई हैं।
Uttarakhand Alert: उत्तरखंड में बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, पहाड़ी जिलो में बारिश के साथ ही भूस्खलन की भी घटनाएं देखने को मिल रही हैं। भूस्खलन के कारण लगातार यातायात प्रभावित हो रहा है। उत्तरकाशी जिले में बारिश के चलते मनेरी के पास गंगोत्री हाइवे पर लगातार पहाड़ों से पत्थर टूट टूटकर गिर रहे हैं, इसी के चलते नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया है। प्रशासन और बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) की टीमें लगातार रास्ता साफ करने में जुटी हुई हैं। नेशनल हाईवे बंद होने की वजह से जाम की भी समस्या बन रही है।
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जानकारी के मुताबिक प्रसाशन और बीआरओ की टीम ने गंगोत्री नेशनल हाइवे से मलबे को हटा रही है। गंगोत्री नेशनल हाइवे के अलावा उत्तराखंड में कई जगह भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल रही है, ओरछा बैंड के पास यमुनोत्री हाईवे का करीब 6 किलोमीटर मार्ग भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है, यहां मार्ग रिपेयरिंग का काम चल रहा है। इसलिए यमुनोत्री हाईवे पर सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक आवाजाही बंद कर दी गई है। मार्ग रिपेयरिंग का ये काम 10 जुलाई तक जारी रहेगा, इसलिए 10 जुलाई तक लोगों को परिशानियों का सामना करना पड़ेगा। मार्ग बंद होने के कारण यात्रियों को करीब 70 किलोमीटर की ज्यादा दूरी तय करनी पड़ रही है।
राजभवन रोड का एक बड़ा हिस्सा टूटा
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नैनीताल में बुधवार देर रात से लगातार बारिश हो रही है, बारिश के चलते लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर के प्रसिद्ध राजभवन रोड का एक बड़ा हिस्सा टूट गया है।
भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते हाई अलर्ट जारी
भारी बारिश और लगातार हो रहे भूस्खलन के बीच पुलिस प्रसाशन लगातार स्थानीय और पर्यटकों से अपील कर रहा है कि पहाड़ी रास्तों पर जाने से बचें। जरुरत पड़ने पर ही पहाड़ी रास्तों पर जाएं। जब तक मौसम खराब रहे तब तक सुरक्षित स्थानों पर रुके। मौसम साफ होने पर आगे बढ़े, क्योंकि भूस्खलन के कारण किसी बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। प्रशासन का कहना है कि बारिश के पहाड़ो से पत्थर गिरने का खतरा बढ़ जाता है।