Uttarakhand News: 21 सितंबर से कक्षा 1 से 5 तक के खुलेंगे स्कूल, जल्द जारी की जाएंगी गाइडलाइन
Uttarakhand News: प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों को खोलने के कयास लंबे समय से लगाए जा रहे थे, निजी स्कूल संचालक इसको लेकर सरकार के ऊपर दबाव बना रहे थे।
Uttarakhand News: राज्य में बड़ी कक्षाओं के बाद छोटी कक्षाओं के बच्चों का भी स्कूल (School) खुलने का इंतजार खत्म हो गया है, प्रदेश में अब कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के स्कूल भी खुलने जा रहे हैं, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे (Arvind Pandey) ने इस संबंध में शिक्षा सचिव को आदेश जारी किए हैं। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) से मुलाकात कर प्राइमरी स्कूलों को खोलने पर चर्चा की, जिसके बाद शिक्षा सचिव को 21 सितंबर से प्राइमरी स्कूल (primary School) खोलने के निर्देश दे दिए गए हैं।
प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों को खोलने के कयास लंबे समय से लगाए जा रहे थे, निजी स्कूल संचालक इसको लेकर सरकार के ऊपर दबाव बना रहे थे। हालांकि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा था कि एक से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को खोलने का मामला कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा और कैबिनेट ही इस पर अपनी अंतिम मुहर लगाएगी। लेकिन शनिवार को शिक्षा मंत्री की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हुई मुलाकात में प्राइमरी स्कूलों को खोलने पर चर्चा की। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने प्राइमरी स्कूलों को खोलने की सहमति जताई, और शिक्षा मंत्री ने शिक्षा सचिव को 21 सितंबर से प्रदेश के सभी सरकारी प्राइमरी स्कूल (सरकारी और प्राइवेट) खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। जिसको लेकर जल्द ही शिक्षा विभाग के द्वारा अब गाइडलाइन (guideline) जारी कर दी जाएगी।
सरकारी अस्पतालों में मरीजों को निःशुल्क दवाईयां
वहीं प्रदेश में अगले महीने से सभी सरकारी अस्पतालों (government hospitals ) में मरीजों को निःशुल्क दवाईयां (free medicines) दी जायेगी। यह बात स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत (Dr. Dhan Singh Rawat) ने पौड़ी गढ़वाल जिले में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत खुशियों की सवारी योजना के शुभारम्भ के दौरान कही। जिला अस्पताल में इस योजना के शुभारंभ के दौरान रावत ने कहा कि टोल फ्री नम्बर 104 पर फोन कर जनता इस सुविधा का निःशुल्क लाभ ले सकती है।
उन्होंने बताया कि केन्द्रीयकृत काल सेन्टर के माध्यम से सुविधा चाहने वाले व्यक्ति की सूचना दर्ज होते ही खुशियों की सवारी वाहन गर्भवती महिला को घर से अस्पताल और प्रसव उपरान्त अस्पताल से घर तक पहुंचाई जाएगी । उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को दृढ़ संकल्पित है।