2+2 वार्ता: पाकिस्तान ने कर दी बहुत बड़ी गलती, चुकानी होगी भारी कीमत
आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए इमरान ने कहा कि आप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लेखन को पढ़ें, उन्होंने हिटलर की खुलकर प्रशंसा की है।
नई दिल्ली: अमेरिका के रक्षामंत्री और विदेश मंत्री के दौरे से चीन के बाद अब पाकिस्तान को भी मिर्ची लगी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका को आगाह करते हुए कहा है कि जम्मू और कश्मीर एक हॉटस्पॉट बन चुका है और यह कभी भी भड़क सकता है।
ऐसे में अमेरिका को कश्मीर मसले पर निष्पक्ष रवैया अपना चाहिए। ये बात पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने एक इंटरव्यू के दौरान कही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इमरान खान ने कहा कि अमेरिका को यह लगता है कि भारत इस क्षेत्र में चीन के प्रभाव को सीमित कर सकता है, लेकिन ये महज उसकी कोरी कल्पना मात्र भर है। इस्लामाबाद अमेरिका से भारत के संबंध में विशेष रूप से कश्मीर मसले पर समान व्यवहार की उम्मीद रखता है।
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भारत-अमेरिका की दोस्ती पाकिस्तान को नहीं आ रही रास
गौर करने वाली बात ये है कि भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती नजदीकियां पाकिस्तान को बिल्कुल भी रास नहीं आ रही हैं। यही वजह है कि उसने भारत को पड़ोसी देशों के लिए खतरा बता दिया है। जो कि इमरान खान द्वारा इंटरव्यू में कही गई बातों से साफ़ पता चलता है।
इमरान ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों मसलन चीन, बांग्लादेश, श्रीलंका के लिए खतरा है, यहां तक कि हमारे लिए भी। भारत पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि यह उपमहाद्वीप में सबसे चरमपंथी नस्लवादी सरकार है। यह 1920 और 30 के दशक में नाजियों से प्रेरित एक फासीवादी राज्य है।
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आरएसएस और बीजेपी पर बोला हमला
आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए इमरान ने कहा कि आप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लेखन को पढ़ें, उन्होंने हिटलर की खुलकर प्रशंसा की है। नाजियों ने यहूदियों से छुटकारा पाना चाहा और आरएसएस मुसलमानों को भारत से छुटकारा दिलाना चाहता था।
इमरान यहीं पर नहीं रुके बल्कि इसके आगे कश्मीर के बारें में कहा कि यह क्षेत्र एक हॉटस्पॉट है, जो किसी भी समय भड़क सकता है। इसलिए दुनिया के सबसे मजबूत देश
अमेरिका से हम यह उम्मीद करते हैं कि वे हमारे साथ समान व्यवहार अपनाएं। जो कोई भी भविष्य में अमेरिका का राष्ट्रपति बने, उसे यह मसला सौंपा जाए।
बता दें कि बीते दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो रक्षा मंत्री मार्क टी. एस्पर संग भारत के साथ 2+2 के तीसरे दौर की वार्ता के लिए भारत आए थे, जिस दौरान कई अहम समझौतों पर दस्तखत भी हुए थे।
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